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किरण राही /पधर/ मंडी।
आपदा के समय घबराना नहीं, बल्कि तैयार रहना ही सबसे बड़ा बचाव है — इसी संदेश को लेकर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के संयुक्त तत्वावधान में जारी ‘समर्थ-2025’ जनजागरूकता अभियान के तहत आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला द्रंग और पधर में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
इन कार्यक्रमों में शिव गौरी कला मंच पुलघराट के लोक कलाकारों ने गीत-संगीत और नुक्कड़-नाटकों के माध्यम से आपदा जोखिम न्यूनीकरण का सशक्त संदेश दिया। कलाकारों ने अपने जीवंत प्रस्तुतिकरण से लोगों को बताया कि प्राकृतिक आपदाओं से बचने का सबसे प्रभावी उपाय “जागरूकता और तत्परता” है।

इस दौरान लोगों को भूकंपरोधी भवन निर्माण के उपाय, भूस्खलन व अग्निकांड जैसी स्थिति में अपनाई जाने वाली सावधानियों तथा प्राथमिक उपचार की बुनियादी जानकारी प्रदान की गई। कलाकारों ने हास्य और संवाद शैली के माध्यम से यह संदेश दिया कि घबराने से नहीं, बल्कि सोच-समझकर किए गए कदमों से ही जीवन सुरक्षित रखा जा सकता है।
कार्यक्रम के अंत में लोगों से आह्वान किया गया कि वे आपदा से संबंधित जानकारी अपने परिवारों, विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों तक पहुँचाएँ, ताकि हर घर “आपदा-सुरक्षित घर” बन सके। साथ ही यह भी सुझाव दिया गया कि भवन निर्माण से पहले विशेषज्ञों की सलाह लेकर ही भूकंपरोधी निर्माण सामग्री का प्रयोग करें, जिससे किसी भी अनहोनी की स्थिति में नुकसान को न्यूनतम किया जा सके।
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