ज्वालामुखी की बेटी काजल भारतीय सेना में बनी लेफ्टिनेंट



एयरफोर्स कमांड अस्पताल में बतौर लेफ्टिनेंट देगी अपनी सेवाएं






मिलाप कौशल/ खुंडियां




जिले कांगड़ा के तहसील ज्वालामुखी गाँव घरुन ड़ोहग देहरियां तहसील ज्वालामुखी की बेटी काजल ने भारतीय सेना में शार्ट सर्विस कमीशन पास करके मिलिट्री ऑफिसर बनी है अब काजल 2 जून 2024 को बंगलौर एयरफोर्स कमांड हॉस्पिटल में लेफ्टिनेंट के पद पर अपनी सेवाएं देगी। काजल ने कहा कि मैंने बचपन से लेफ्टिनेंट बनने का सपना देखा था जो कड़ी मेहनत के दम पर अब पूरा हुआ ।काजल के पिता सुदेश शर्मा आर्मी से 21 वर्ष सेवा देने के बाद हवालदार के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं और सेवानिवृति के बाद राजस्व विभाग में पटवारी के पद पर ज्वालामुखी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं तथा माता कुशलता स्वास्थ्य विभाग में महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता के पद पर उप स्वास्थ्य केन्द्र कुण्दलीहार ने अपनी सेवाएं दे रही है।

काजल की माता कुशलता ने बताया कि मेरी बेटी का बचपन से ही सेना में जाने का सपना था क्योंकि उनके पापा भी सेना में सर्विस करते थे। उन्होंने बताया कि काजल ने बारहवीं कक्षा डीएवी पब्लिक स्कूल ऊना से अपनी पढ़ाई पास की है और बीएससी नर्सिंग वर्ष 2018 से 2022 के बैच में सिस्टर निवेदिता   सरकारी नर्सिंग कॉलेज आईजीएमसी शिमला से की है। काजल ने इस उपलब्धी का श्रेय अपने माता पिता को दिया कि उन्होंने बचपन से मुझे प्रेरणा दी और मैं मेहनत करती रही। काजल ने बताया  कि मेरे दादा स्वर्गीय अमरनाथ शर्मा भी आर्मी में थे तथा मेरे पापा और मेरे दोनों चाचा  मेरे कजन भाई भी आर्मी में थे तो मेरा भी बचपन से सपना था कि मैं भी सेना में अपनी सेवाएं दूँ। जो आज पूरा हुआ। काजल अपने माता पिता की एकलौती बेटी है औऱ इस बेटी ने अपने परिवार के साथ ज्वालामुखी का नाम भी रोशन किया है।

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