एक चिकित्सक का हुआ तबादला तो दूसरा बीस जुलाई तक अवकाश पर
जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने डेपुटेशन पर चिकित्सक भेजने की उठाई मांग ।
किरण राही/पधर (मंडी)।
स्वास्थ्य खंड पधर के अधीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरोट में अकेला चिकित्सक लगभग पंद्रह हजार से अधिक की आबादी की सेहत का जिम्मा संभाले हुए है। ऊपर से पर्यटन सीजन के चलते कई पर्यटक भी अस्पताल पहुंच रहे हैं।ऐसे में अकेले चिकित्सक को दिन रात सेवाएं देनी पड़ रही है।
गौर रहे कि कांगड़ा जिला के छोटा भंगाल की छः पंचायतों के साथ खलैहल, बरोट, लपास और वरधाण पंचायत की लगभग पंद्रह हजार से अधिक की आबादी को यहां स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध होती है।
बावजूद इसके सीएचसी में चिकित्सक न होना विभागीय उदासीनता को दर्शाता है।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि पहले यहां तीन तीन चिकित्सक तैनात थे। लेकिन अब एक चिकित्सक बीस जुलाई तक लंबे अवकाश पर है। जबकि एक चिकित्सक का तबादला हो जाने बाद अकेला चिकित्सा दिन रात सेवाएं देकर लोगों के स्वास्थ्य की देखरेख कर रहा है।
जिस कारण मरीजों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
ऐसे में स्थानीय ग्रामीणों में प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग के प्रति खासा आक्रोश है। स्थानीय ग्रामीणों ने विभागीय आलाधिकारियों से यहां डेपुटेशन पर चिकित्सक तैनात करने की मांग उठाई है।
पंचायत प्रधान डॉ. रमेश ठाकुर और पंचायत समिति सदस्य कृष्ण कुमार ने कहा कि जब तक दूसरा चिकित्सक अवकाश पर है। यहां किसी अन्य का डेपुटेशन कर लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। इसके साथ ही उन्होंने चिकित्सकों के अन्य रिक्त पदों को भरने की मांग भी सरकार से उठाई।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरोट में तैनात एक चिकित्सक अवकाश पर है। यहां अन्य चिकित्सक का डेपुटेशन कर लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। वहीं चिकित्सकों के रिक्त पदों को भी शीघ्र भरा जाएगा।
नरेंद्र कुमार, सीएमओ मंडी।
