कहा सुक्खू रंजिश की सरकार चला रहे, जहां हर तरफ भय का माहौल
देहरा, 6 जुलाई 2024:
देहरा विधानसभा उपचुनाव के भाजपा संजोयक व सुंदरनगर के विधायक राकेश जमवाल ने प्रैस को जारी एक ब्यान में कहा है कि उपचुनावों के बाद सुक्खू सरकार के कारनामों की पोल जनता के सामने खुलेगी।
15 महिनों में सुक्खू सरकार ने विकास को छोड़ क्या काम किए हैं उनकी हकीकत जनता के सामने रखी जाएगी। उन्होंने कहा उपचुनावों में लड़ाई मान-सम्मान और विकास को लेकर है।
उपचुनावों को लेकर जो आरोप सुक्खू भाजपा पर लगा रही है, उसकी जननी सुक्खू सरकार है। आज जनता भय के माहौल में जीने को मजबूर हो चुकी है। जनता जान चुकी है सुक्खू सरकार से उन्हें कुछ मिलने वाला नहीं। सुक्खू सरकार नही रंजिश की सरकार चला रहे हैं।
उन्होंने कहा सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री पद व उसकी गरिमा को भारी ठेस पहुंचाई है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री सुक्खू ने झूठ गारंटियां के द्वारा प्रदेश के लोगों की आशा और विश्वास के साथ भी खिलबाड़ किया है। हिमाचल देवभूमि में मुख्यमंत्री पद के साथ गौरवशाली परंपराएं जुड़ी हुई हैं, जिनको सुक्खू ने तारतार किया है।
उन्होंने कहा कि देहरा में हो रहे उपचुनाव में सुक्खू सरकार कानून को ताक में रखकर सभी हथकंडों को अपना रही है तथा देहरा की जनता की आवाज को दीवाने का प्रयास किया जा रहा है। विधायक जमवाल ने कहा कि अगर सुक्खू ने देहरा में विकास की शुरुआत की होती तो आज उनचुनाव करवाने की नौबत नहीं आती।
उन्होंने कहा कि सुक्खू अपनी नाकामियों का ठिकरा दूसरों पर फोड़ रहे हैं, परंतु वे भूल रहे हैं कि पब्लिक सब कुछ जानती है। राकेश जमवाल ने कहा कि प्रदेश में हो रहे उपचुनावों के दोषी सुक्खू हैं।
उन्होंने कहा कि पिछलें 15 महिनों में ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एक बार भी देहरा का रुख नहीं किया तथा अब चुनाव में वे अपनी पत्नी के लिए लोगों से बिना आधार वोट मांगने को मजबूर हो चुके हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि माना सुक्खू सरकार के पास राजनीतिक शक्ति है, लेकिन सुक्खू जी बुरे नतीजों का अंत भी बुरा ही होता है। उन्होंने कहा प्रदेश की जनता सुक्खू सरकार से तंग हो चुकी है।
जनता सरकार से छुटकारा चाहती है तथा वे दिन अब दूर नहीं जब सरकार का तख्ता पलट होगा तथा प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि देहरा से होशियार सिंह ने दो बार आजाद उम्मीदवार के रुप में चुनाव जीता है तथा अब भाजपा उम्मीदवार के रुप में वे भारी बहुमतों से चुनाव को जीतेंगे।