शिमला
हिमाचल प्रदेश में HRTC की बसों में गुटखे और शराब के इश्तिहार पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। शिमला में हुई डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में HRTC की बीओडी (BOD) में यह फैसला लिया गया है। डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि HRTC की बसों से शराब और गुटखे के विज्ञापन न लगाने का बीओडी ने निर्णय लिया है।
इसके पीछे की मंशा नशे के बढ़ते प्रचलन को खत्म करना है। बीओडी ने सबकी सहमति से यह निर्णय लिया है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि HRTC जन कल्याण की सेवा में लगी है और कई रियायती सुविधाएं लोगों को प्रदान कर रही है इसी दिशा में किसानों को यह छूट दी गई है।
वहीं, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि HRTC के 3 हजार केस अदालतों में चल रहे जिसके लिए वकीलों को HRTC फीस देता है लेकिन कई केस HRTC हार चुका है। ऐसे में बीओडी ने फैसला लिया है कि वकीलों का केस की जीत या हार का स्टेटस बीओडी में रखा जाएगा ताकि उस हिसाब से आगामी निर्णय हो सके। इसके अलावा HRTC पुरानी हो चुकी 1 हजार के आसपास बसों को बदलने जा रहा है जिसमें 327 इलेक्ट्रिक बसें, कुछ डीजल बसे और कुछ मिनी बस टेम्पो ट्रैवलर लेने जा रही है।
वहीं, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा कि भाजपा के समय में पर्यटन विकास निगम के होटलों को बेचने की तैयारी हो चुकी थी लेकिन विपक्ष में रहते कांग्रेस ने उन्हें बिकने नहीं दिया। कांग्रेस सरकार हिमाचल की संपत्तियों को किसी भी हालत में बिकने नहीं देगी और न ही इस तरह की सोच रखती है।
हिमाचल प्रदेश किसी भी तरह का टॉयलेट टैक्स नहीं लगाया गया है चाहे तो भाजपा के लोग दिन भर टॉयलेट में बैठ कर इसको देख लें। सीवरेज टैक्स देश भर में 30 फीसदी लगाया जाता है जो हिमाचल में भी भाजपा के समय से लगाया गया है। सरकार ने उसमें संशोधन किया है और बड़े बड़े होटलों जो पानी अपना इस्तेमाल करते हैं लेकिन सीवरेज लाइन सरकार की इस्तेमाल करती है उनके लिए टैक्स की बात कही गई है, बाकी किसी भी तरह का टैक्स नहीं लगाया गया है।