बिलासपुर
डीसी बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक को लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए “बेस्ट इलेक्टोरल प्रैक्टिस अवार्ड-2025” से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा उपायुक्त बिलासपुर, आबिद हुसैन सादिक को प्रदान किया जाएगा। भारत के 788 जिलों में से केवल 15 जिलों के उपायुक्तों को यह सम्मान मिला है, और इनमें बिलासपुर और लाहौल-स्पीति जिलों के उपायुक्त को इस उपलब्धि का हिस्सा बनने का गौरव प्राप्त हुआ है।
उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने इस सम्मान को बिलासपुर वासियों को समर्पित करते हुए कहा, “यह पुरस्कार जिले के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की मेहनत और समर्पण का परिणाम है। उनके अथक प्रयासों से यह सम्मान प्राप्त हुआ है, और यह बिलासपुर के लिए गर्व का क्षण है।”
बिलासपुर का चुनावी प्रबंधन एक आदर्श बनकर उभरा है, जो न केवल पोलिंग स्टेशन की स्थापना और नवाचार में, बल्कि नए मतदाताओं को जोड़ने और मतदान प्रतिशत को बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण कदम उठा चुका है। स्वीप (SVEEP) गतिविधियों के तहत जिले में 4473 नए मतदाताओं को शामिल किया गया और मतदान को बढ़ावा देने के लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाए गए। कम मतदान वाले क्षेत्रों में जन जागरूकता के प्रयास किए गए, जिससे मतदान में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। जिला के चारों विधानसभा क्षेत्र में 70 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ।
स्वीप गतिविधियों के तहत कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इनमें प्रसिद्ध साहित्यकार रतन चंद निर्जर द्वारा कम मतदान वाले क्षेत्रों में जागरूकता फैलाना, “मेरा वोट, मेरी ड्यूटी” गीत का प्रचार, सांस्कृतिक कार्यक्रम, सेल्फी प्वाइंट्स और नुक्कड़ नाटक जैसी रचनात्मक गतिविधियाँ शामिल थीं। इसके अलावा, 25,000 से अधिक जागरूकता सामग्री वितरित की गई और डिजिटल वोटिंग इनविटेशन कार्ड्स जारी किए गए।
मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान की गई, जैसे छाया क्षेत्र, ओआरएस और बच्चों के लिए क्रेच की व्यवस्था की गई। इसके अतिरिक्त कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष कदम उठाए गए, जिसमें पुलिस और सुरक्षा बलों के सहयोग से चुनावी सुरक्षा सुनिश्चित की गई, चुनावी डाटा संग्रहण और निगरानी प्रणालियों को प्रभावी रूप से लागू किया गया।
इसके साथ ही, क्षेत्र में मतदाता सूची को अपडेट करने, चुनावी निगरानी के लिए तकनीकी समाधानों का इस्तेमाल करने और मतदान के लिए बेहतर प्रोत्साहन देने के प्रयास किए गए। यह पुरस्कार न केवल बिलासपुर, बल्कि पूरे हिमाचल प्रदेश के लिए गर्व का क्षण है। उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने इस पुरस्कार को जिले और राज्य के लिए एक प्रेरणा स्रोत बताया और सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को इसके लिए बधाई दी। यह पुरस्कार हमारे लोकतंत्र की मजबूती, नागरिकों की सक्रिय भागीदारी और चुनाव प्रक्रिया में नए दृष्टिकोण के महत्व को दर्शाता है।
