विपुल गुप्ता, सुजानपुर, न्यूज़ हिमाचल 24
सुजानपुर ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष राजेन्द्र वर्मा के पक्ष में उतरे कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने सुजानपुर नगर परिषद उपाध्यक्ष पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा है कि वर्मा जैसे व्यक्ति पर अमर्यादित घटिया भाषा का उपयोग करना एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि को शोभा नहीं देता और ख़ासकर उस व्यक्ति को जो छदम रूप अपनाकर, कांग्रेस पार्टी को धोखा देकर नगर परिषद का उपाध्यक्ष बना हो।
एक प्रैस विज्ञप्ति में सुजानपुर शहरी कांग्रेस के प्रभारी राज कुमार शर्मा, मनोज ठाकुर, बीना धीमान, कै० चमेल सिंह, अमर सिंह वालिया, सुरजीत कुमार छोटू, पूर्व पार्षद रमेश कुमार, अनीता कुमारी, विनय शर्मा, मनोज शर्मा , पवन कुमार, संजु आजाद, मधुवाला, परवीन मोहिनी, सोनिया आदि ने कहा है कि गुप्ता का यह कहना कि वो निर्दलीय रूप से चुनाव लड़कर नगर परिषद का उपाध्यक्ष बना है, अपने आप ही दर्शाता है कि उसने पार्टी के अनुशासन को तोड़ा है , पार्टी के निर्वाचित विधायक के विश्वास को गिराया है।
वो भूल रहा है कि जो व्यक्ति अपनी पार्टी छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ता है, उसे पार्टी में रहने का कोई हक़ नहीं होता। यह उसका भ्रम है कि वो मीडिया और सोशल मीडिया पर बयान देकर कि वह सच्चा कांग्रेसी है, से वह कांग्रेसी कहलाएगा। कांग्रेस पार्टी में लंबे समय से संघर्षरत, कर्मठ, ईमानदार व हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में अहम भूमिका निभा चुके व्यक्तित्व को चपरासी की संज्ञा देना संकीर्ण मानसिकता को दर्शाता है। अगर वो सचमुच में कांग्रेसी है तो उसे राजेन्द्र वर्मा से सार्वजनिक रूप से माफ़ी माँगनी चाहिए।
उन्होंने कहा है कि मनीष गुप्ता जैसे और भी कई लोग हैं जिन्होंने हाल ही में हुए उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी की पीठ पर छुरा घोंपा है और कांग्रेसी कहलाते हैं। भेड़ की खाल में छुपे भेड़िए कब क्या कर दें, ये गुप्ता ने साबित कर दिया है । कहा कि सुजानपुर विधायक कै. रणजीत व ब्लॉक अध्यक्ष में अच्छा तालमेल है तथा कुछ नवजात भाजपा नेताओं के इशारे पर इस तरह की घटिया बयानबाजी निन्दनीय है।