विपुल गुप्ता, सुजानपुर, न्यूज़ हिमाचल 24
पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि सुजानपुर के नवनिर्वाचित विधायक को ऐसे बयान देने से परहेज करना चाहिए जिससे लोगों में निराशा व्याप्त हो और लोगों का भरोसा टूटे। आज यहां जारी बयान में राजेंद्र राणा ने कहा कि सुजानपुर के नवनिर्वाचित विधायक के इस बयान से यहां की जनता को निराशा हुई है कि सुजानपुर में आईपीएच और इलेक्ट्रिकल विभाग के डिवीजन की जरूरत नहीं है और इसके बिना भी लोगों का काम चल रहा है।
राजेंद्र राणा ने कहा कि विकास एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है और अगर पांच विधानसभा क्षेत्र पर आधारित हमीरपुर जिला में चार विधानसभा क्षेत्र में ऐसे डिवीजन हैं तो फिर सुजानपुर को इससे वंचित रखा जाना यहां की जनता के साथ अन्याय है।
राजेंद्र राणा ने कहा कि उन्होंने पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल में विधानसभा में जोरदार मांग उठाकर सुजानपुर में आईपीएच और इलेक्ट्रिकल विभाग के डिवीजन की जरूरत बताई थी और तत्कालीन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने न केवल इस बारे घोषणा की थी बल्कि यह दोनों डिविजन क्रियाशील भी कर दिए गए थे जिससे सुजानपुर की जनता लाभान्वित हो रही थी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने पर यह दोनों डिवीजन बंद कर दिए गए और उन्होंने 5 मार्च 2023 को सुजानपुर में होली में पधारे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से पुनः यह दोनों डिवीजन खोलने की मांग होली मंच से रखी थी जिसे उन्होंने स्वीकार भी किया था। लेकिन इसके बावजूद इस घोषणा को मुख्यमंत्री ने पूरा नहीं किया।
राजेंद्र राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने तब उनके आग्रह पर सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए कई और घोषणाएं भी की थी जो ठंडे बस्ते में पड़ी हुई हैं। राजेंद्र राणा ने कहा कि उन्होंने सुजानपुर में एसडीएम कार्यालय खोलने के लिए भी लंबी जद्दोजहद की थी और तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने सुजानपुर को एसडीएम कार्यालय का तोहफा दिया था।
इसके बाद लंबी लड़ाई लड़कर उन्होंने सुजानपुर में टाउन हॉल का काम शुरू करवाया। राजेंद्र राणा ने कहा कि विधायक का काम विकास को आगे बढ़ाकर जन आकांक्षाओं पर खरा उतरना होता है। लेकिन नव निर्वाचित विधायक द्वारा दिया गया बयान लोगों में निराशा पैदा कर रहा है।
राजेंद्र राणा ने कहा कि अगर सुजानपुर में यह दोनों डिवीजन खुलते हैं तो इसके लिए अलग से भी बजट आएगा जिससे यहां की जनता लाभान्वित होगी। उन्होंने कहा कि विधायक को हर पंचायत में खेतों में बाढ़ लगाने का अपना वायदा पूरा करके दिखाना चाहिए और मुख्यमंत्री द्वारा सुजानपुर के लिए की गई घोषणाओं को अमली जामा पहनाने के लिए सरकार पर पूरा दबाव बनाना चाहिए।