नरसिंह मंदिर रक्कड़ में कथा वाचक अतुल कृष्ण महाराज के प्रवचनों की वही अमृतधारा
रक्कड़, पूजा: नरसिंह जन्मोत्सव पर ऐतिहासिक नरसिंह मंदिर रक्कड़ में मंगलवार को भंडारे का आयोजन किया गया । भंडारे में आसपास के कई इलाकों के साथ-साथ स्थानीय गांव से आए हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
स्थानीय लोगों व युवाओं द्वारा बाज़ार में मीठे पानी की छबील भी लगाई गई जिसमें आने जाने वाले सभी राहगीरों मीठा पानी पिलाया गया व साथ में तरबूज भी काटकर वितरित किए गए। छबील में हजारों को संख्या में राहगीरों ने ठंडा पानी व तरबूज इत्यादि ग्रहण किया।
इस उपलक्ष पर पंचपीरी स्थित मां स्वस्थानी रक्कड़ स्थित भगवान नरसिंह मिलने मंदिर आईं। मंदिर में विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करवाई गई, साथ में महिलाओं द्वारा भजन कीर्तन किया गया तदोपरांत मां स्वस्थानी वापिस मंदिर लौट गईं।
नरसिंह जन्मोत्सव के उपलक्ष पर कथा वाचक अतुल कृष्ण महाराज भी नरसिंह भगवान मंदिर में नतमस्तक हुए व मंदिर में आए श्रद्धालुओं को अपने प्रवचनों से निहाल किया।
प्राचीन ऐतिहासिक नरसिंह मंदिर राष्ट्रीय एकता, राष्ट्रीय समानता और भाईचारे का प्रतीक है। मंदिर में हर दिन कई लोग शीश झुकाते हैं, मंदिर में भगवान के दर्शन करने के लिए कई अन्य इलाकों से भी भक्त पहुंचते हैं।
मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर में मांगी गई मनोकामना को नरसिंह भगवान पूरा करते हैं। नरसिंह जयंती को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है। मान्यता है कि वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी पर भगवान नरसिंह प्रकट हुए थे। नृसिंह अवतार सतयुग के चौथे चरण में हुआ था। ये भगवान विष्णु के रौद्र रूप का अवतार है। भगवान विष्णु अपने भक्त प्रहलाद को दैत्य हिरण्यकश्यप से बचाने के लिए इस रूप में प्रकट हुए। ये अवतार प्रदोष काल में हुआ था, इसलिए शाम को भगवान नरसिंह की विशेष पूजा होती है।
इस मौके पर राष्ट्रीय ब्राह्मण सभा के पदाधिकारी विनोद डोगरा, अनुज शर्मा , देश बंधु , मुकेश शर्मा , वनीश शर्मा, मित्तु, सिल्लू, शिवू, छोटू,संजू धीमान, अक्षय , शिम्पू, शशि, पण्डित नवीन, राजीव , संजीव, सुधीर,विकी, राकेश, दीप, राजीव शर्मा,नरेश ठाकुर , रमेश ठाकुर, राकेश, कमल शाह, अजय, लखा, निर्दोश, अंश लक्की, विशाल,सुरेश, गोलू आदि मौजूद रहे ।