किरण राही/मण्डी।
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की जोगिंदर नगर लोकल कमेटी के एक प्रतिनिधिमंडल ने जोगिन्दर नगर में फैले पीलिया रोग की रोकथाम करने, स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने, डॉक्टरों के रिक्त पद भरने तथा पेयजल किल्लत को खत्म करने एवं स्वच्छ पेयजल उपल्ब्ध करवाने की मांग को लेकर आज एसडीएम जोगिंदर नगर के माध्यम से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को एक ज्ञापन भेजा।
प्रतिनिधिमंडल में माकपा के जिला सचिव कुशाल भारद्वाज, लोकल कमेटी सचिव रविंदर कुमार, संजय जमवाल, भगत राम, नरेश धरवाल, जनक राज, पूर्ण चंद आदि भी शामिल थे। पीलिया के फैलाव तथा पीलिया से हुई असमय मौतों बारे गहरी चिंता व्यक्त करते हुए जोगिन्दर की स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने तथा पेयजल की समस्या के स्थाई समाधान हेतु मुख्यमंत्री से उचित कदम उठाने की पार्टी ने मांग की है।
इस अवसर पर माकपा नेता एवं जिला परिषद सदस्य कुशाल भारद्वाज ने कहा कि जोगिन्दर नगर उपमंडल में पीलिया फैले एक महीने से ज्यादा का समय हो चुका है तथा मरीजों का अस्पताल आना अभी भी जारी है। अब तक 4 युवाओं की दुखद मृत्यु भी पीलिया रोग से हो चुकी है।
पीलिया के फैलाव की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित होनी चाहिए ताकि के असली कारणों का पता चल सके तथा भविष्य में इस तरह की बीमारी की रोकथाम की जा सके। जोगिन्दर नगर में पीलिया से निपटने के लिए अतिरिक्त डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ मुहैया करवाया जाये तथा सभी प्रकार के टेस्टों व इलाज का खर्चा सरकार द्वारा वहाँ किया जाये, क्योंकि ज्यादकर गरीब लोग ही पीलिया की चपेट में आए हैं। सिविल अस्पताल जोगिन्दर नगर में एमडी, नेत्र रोग विशेषज्ञ तथा डॉक्टरों व अन्य स्टाफ के सभी रिक्त पदों को तुरंत भरा जाये।
सिविल अस्पताल में पिछले 17 वर्ष से अल्ट्रासाउंड मशीन तो है, लेकिन उसको चलाने के लिए किसी सोनोग्राफर की नियुक्ति आज तक नहीं हुई है। जिस कारण मरीजों को निजी अस्पतालों या लैबों से महंगे दामों पर अल्ट्रासाउंड करवाने पर विवश होना पड़ता है। इस मशीन को चलाने के लिए तकनीशियन एवं सोनोग्राफर की नियुक्ति शीघ्र की जाये।
उन्होंने कहा कि लडभडोल सिविल अस्पताल में लंबे समय से मात्र एक ही डॉक्टर सेवा दे रहे हैं। इस अस्पताल के अन्य सभी रिक्त पदों को भी शीघ्र भरा जाये। लांगणा पीएचसी में भी खाली पड़ा डॉक्टर का पद शीघ्र भरा जाये। चौंतड़ा पीएचसी में भी डॉक्टरों के अतिरिक्त पद सृजित कर उन्हें भरा जाये, क्योंकि लगभग 14 पंचायतों की जनता इसी पीएचसी पर निर्भर हैं।
उन्होंने कहा कि पार्टी ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि जोगिन्दर नगर के भराडू, बिहूं, नौहली, कस, लांगणा, धार, चल्हारग, त्रैम्बली, पिपली, द्रुब्बल आदि पंचायतों में साल के कई महीने पेयजल किल्लत रहती है। इसके स्थायी समाधान हेतु उचित कदम उठाए जाएँ। कुछ उठाऊ पेयजल योजनाओं की मोटरें खराब पड़ी हैं। अतः नई मोटरें उपलब्ध कारवाई जाएँ। जलजीवन मीशन के तहत बन रही रणा खड्ड-कन्यादेवी उठाऊ पेयजल योजना का काम लंबे समय से ठप्प पड़ा है, इस दिशा में शीघ्र उचित कदम उठाए जाएँ।
उन्होंने कहा कि उहल परियोजना का पानी बस्सी से ऊपर छपरोट में गर्मियों में फालतू बहता रहता है। इसके इस्तेमाल के लिए आज से 15 वर्ष पहले इस पानी को जो ग्रैविटी में है, को बिहूं और नौहली तक पहुंचाने की दिशा में काम हुआ था, कुछ पाइपें भी बिछाई गई थीं, लेकिन फिर इसे बंद कर दिया गया। यदि यह योजना शुरू होती है तो इसमें खर्चा भी बहुत कम आएगा तथा गर्मियों में चार पंचायतों की पेयजल समस्या का स्थायी समाधान हो जाएगा।
मुख्यमंत्री से मांग की गई कि सभी पेयजल स्त्रोतों की रेगुलर सेंपलिंग और भंडारण टैंकों की सफाई सुनिश्चित करने के लिए सख्त आदेश जारी किए जाएँ ताकि जलजनित बीमारियों से बचा जा सके।