जिले के अधिकांश क्षेत्रों में सोमवार आधी रात के बाद और मंगलवार तड़के हुई भारी बारिश के कारण सार्वजनिक और निजी संपत्ति की काफी क्षति हुई है। मंगलवार दोपहर तक जिला एमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (डीईओसी) में प्राप्त सूचनाओं के अनुसार गत 24 घंटों के दौरान जिले भर में 2.14 करोड़ रुपये से अधिक के नुक्सान का अनुमान है।
उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष अमरजीत सिंह ने बताया कि इस मॉनसून सीजन के दौरान जिला हमीरपुर में सरकारी और निजी संपत्ति के नुक्सान का आंकड़ा 103.59 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।

इस दौरान जिला में जल शक्ति विभाग को सर्वाधिक 59.95 करोड़ रुपये, लोक निर्माण विभाग को 41.07 करोड़, बिजली बोर्ड को 81.69 लाख और शिक्षा विभाग को 23.68 लाख रुपये की क्षति हुई है। बागवानी विभाग ने विभिन्न फसलों को हुए 18.06 लाख रुपये और कृषि विभाग ने 1.15 लाख रुपये के नुक्सान की रिपोर्ट प्रेषित की है।
6 कच्चे मकान ध्वस्त हुए हैं, जिससे लगभग 8 लाख रुपये के नुक्सान का अनुमान है। 33 अन्य कच्चे मकानों और 10 पक्के मकानों को आंशिक रूप से क्षति पहुंची है, जिससे लगभग 26.66 लाख रुपये का नुक्सान हुआ है। जिले भर में 78 डंगे भी गिरे हैं, जिनमें लगभग 65.81 लाख रुपये की क्षति हुई है। 51 गौशालाओं के ध्वस्त होने से लगभग 27.23 लाख रुपये का नुक्सान हुआ है।
उपायुक्त ने सभी विभागों के फील्ड अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में हुए नुक्सान की रिपोर्ट तुरंत भेजें, ताकि प्रभावित लोगों की मदद की जा सके।
उन्होंने कहा कि बरसात को देखते हुए सभी जिलावासी विशेष ऐहतियात बरतें और नदी-नालों के पास न जाएं। भूस्खलन की आशंका वाले स्थानों से भी दूर रहें। भारी बारिश में घर से बाहर निकलने का जोखिम न उठाएं।
खराब मौसम में पेड़ांे के नीचे आश्रय न लें तथा बिजली की तारों से सुरक्षित दूरी बनाएं रखें। ब्यास नदी के किनारे वाले क्षेत्रों के लोग नदी के पास न जाएं।
उपायुक्त ने किसी भी आपातकालीन स्थिति में स्थानीय प्रशासन या जिला आपदा नियंत्रण कक्ष के टॉल फ्री नंबर 1077 अथवा दूरभाष नंबर 01972-221277 पर संपर्क करने की अपील भी की है।
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