किरण राही ।
रोहड़ू में बीते दिनों घटी 12 वर्षीय मासूम बच्चे की जातिवाद से जुड़ी दर्दनाक घटना को लेकर समाज के प्रतिनिधि एवं परिजन साथ आए। कल दिनांक 26/09/2025 को पीड़ित बच्चे के माता-पिता से मुलाकात कर उनकी आपबीती सुनी गई।

इस दौरान परिजनों को न्याय दिलाने के लिए समाज के सदस्य उनके साथ थाने पहुंचे, जहाँ उनके बयान दर्ज किए गए। इसके पश्चात कोर्ट में भी उपस्थित होकर पूरी प्रक्रिया पूरी की गई। तत्पश्चात प्रतिनिधि मंडल ने रोहड़ू के विधायक से भेंट कर मामले को गंभीरता से रखने की मांग की।
इस प्रतिनिधिमंडल में छुहारा खंड कोली समाज से महासचिव शेर चंद, जिला कोषाध्यक्ष विनोद सिंघटा सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे। वहीं रोहड़ू खंड के सलाहकार श्री माटू राम बुशेहरी और पत्रकार सुषमा पुनटा भी इस दौरान साथ रहे।
घटना को लेकर सभी ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि—
“एक मासूम बच्चा जिसने अभी दुनिया को ठीक से देखा भी नहीं था, वह भय और अपमान के कारण अपनी जान दे बैठा। यह सोचना भी आत्मा को झकझोर देता है कि एक मां-बाप पर कैसी बीती होगी।”
प्रतिनिधियों ने सवाल उठाया कि क्या किसी का घर “अपवित्र” हो जाता है और क्या बकरे की बलि देने से “पवित्रता” लौट आती है? जातिवादी सोच ने एक मासूम की जान ले ली—यह अत्यंत निंदनीय और समाज के लिए शर्मनाक है।
सभी ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है।
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