केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के वेदव्यास परिसर में विगत 18 अगस्त से 27 अगस्त तक चलनेवाली 10 दिवसीय खगोलीय यंत्र निर्माण कार्यशाला का समापन बुधवार को किया गया। कार्यशाला के संयोजक डॉ.मनोज श्रीमाल ने बताया कि इस कार्यशाला में ज्योतिषजगत् की प्रतिष्ठा एवं यन्त्रनिर्माणीय ज्ञान के संवर्द्धन हेतु विभिन्नप्रकार के यन्त्रों का निर्माण विशेषज्ञों की उपस्थिति में किए गए।
उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के यशस्वी कुलपति प्रो. श्रीनिवास वरखेड़ी के सतसंकल्प के अनुसार विद्यार्थियों में कौशल-विकास तथा यन्त्रों की महत्ता के प्रति श्रद्घा तथा प्रयोगार्थ विश्वास की भावना विकसित होगी जो हमारे विकसित समाज के लाभार्थ अत्यन्त महत्वपूर्ण होंगी l

समापन समारोह में मुख्यातिथि के रूप में के.सं.वि.वि.जयपुर परिसर से पधारे सिद्धान्तज्योतिष के विद्वान प्रो. विजेन्द्र कुमार शर्मा, विशिष्टातिथि के रूप में खगोल-गणितज्ञ विद्वान् संस्कृत- विद्याधर्मविज्ञानसंकाय काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी के ज्योतिष विभाग के आचार्य डॉ. रामेश्वर शर्मा एवं अध्यक्ष के रूप में वेदव्यास परिसर की निदेशक प्रो.सत्यम कुमारी के मार्गदर्शन में कार्यशाला का संयोजन ज्योतिष विभाग के विभाग समन्वयक डॉ मनोज श्रीमाल ने किया।
इस कार्यक्रम का सञ्चालन ज्योतिष विभाग के सहायकाचार्य डॉ. शैलेश कुमार तिवारी ने किया व अतिथियों का परिचय तथा स्वागत डॉ.यज्ञदत्त शर्मा ने किया।वहीं ज्योतिष विषय के सहायकाचार्य डॉ.विनोद शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन दिया ।

कार्यक्रम में प्रतिभागी रहे समस्त छात्रों को प्रमाणपत्र भी वितरित किये गये। इस समापन समारोह में वेदव्यास परिसर के विद्यार्थियों ने स्व हस्त से निर्मित यन्त्रों की प्रदर्शनी भी लगाई l
इस अवसर पर परिसर के समस्त शिक्षक, कर्मचारी एवं छात्र छात्राएं मौजूद रहे।
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