टिकरी मुशैहरा की अनुसूचित जाति बस्ती सड़क को खुलवाने की मांग पर उक्त गाँववासियों का एक प्रतिनिधिमंडल हिमाचल किसान सभा के राज्य उपाध्यक्ष एवं जिला परिषद सदस्य कुशाल भारद्वाज के नेतृत्व में लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता से मिला तथा एक प्रभावशाली परिवार द्वारा सड़क के बीचोंबीच दीवार खड़ी कर रोकी गई सड़क को खुलवाने की मांग की। कुशाल भारद्वाज ने इस संबंध में एसडीएम जोगिंदर नगर से भी बात की तथा इसी संबंध में प्रतिनिधिमंडल ने तहसीलदार जोगिंदर नगर से भी मुलाक़ात की।
इस अवसर पर कुशाल भारद्वाज ने कहा कि गाँव को जोड़ने के लिए एक उबड़खाबड़ सड़कनुमा रास्ता था जिस पर गाडियाँ भी चलती थीं। 1990 के दशक में गांववासियों ने इस सड़क को चौड़ा करने हेतु अपनी मलकीयत भूमि भी दान की तथा सड़क निर्माण हेतु 30-70 स्कीम के तहत पैसा खर्च किया। इस सड़क के निर्माण के लिए एक लाख रू. विकास खंड चौंतड़ा के माध्यम से, 80 हजार रू. सांसद निधि से तथा 4 लाख 23 हजार रू. लोक निर्माण विभाग के माध्यम से खर्च किए गए थे।

अनुसूचित वर्ग बस्ती नाम से बनी इस सड़क को पक्का करने के लिए वर्ष 2012 में लोक निर्माण विभाग द्वारा जगह-जगह रोड़ी अनलोड की गई, लेकिन बरसात शुरू होने के कारण इसे बिछाया नहीं जा सका। बरसात के बाद जब इस पर काम शुरू होना था तो एक प्रभावशाली परिवार जो बाहर से आ कर यहाँ बस गया ने सड़क के बीचोंबीच लंबी और ऊंची अवरोधक दीवार खड़ी करके इस सड़क पर अपना कब्जा जमा लिया।
सितंबर 2012 से यह सड़क बंद कर दी गई और जब इसे खुलवाने के लिए प्रशासन व लोक निर्माण विभाग ने कोई ठोस कार्यवाही नहीं की तो गांववासियों ने किसान सभा के बैनर तले अवरोधक दीवार को तोड़ने और सड़क खुलवाने के लिए आंदोलन शुरू कर दिया।
इस आंदोलन के बाद सड़क की एक उच्च स्तरीय टीम द्वारा निशानदेही की गई जिसमें पता चला कि बाहर से आए उक्त परिवार ने लोक निर्माण विभाग की सड़क पर जबरन कब्जा जमाया है। इसके बाद किसान सभा के आंदोलन के दवाब में प्रशासन ने कब्जा हटाने के आदेश भी दिये थे, लेकिन समय पर कार्यवाही नहीं की गई और निशानदेही के खिलाफ कबजाधारियों ने अपील भी जिसे एसडीएम कोर्ट, मंडलायुक्त कोर्ट और विततायोग कोर्ट द्वारा खारिज किया गया। एफ़सी कोर्ट द्वारा वर्ष 2018 में कबजाधारियों की अपील खारिज करने के बावजूद आज तक इस सड़क को खोला नहीं गया है।
इस प्रतिनिधिमण्डल में किसान सभा के ब्लॉक अध्यक्ष एवं टिकरी मुशैहरा ग्राम पंचायत के प्रधान रविंदर कुमार, बलवंत, सुरेन्द्र राणा, कुलदीप, शोभा राम व अन्य लोग भी शामिल थे। रविंदर कुमार व सुरेन्द्र राणा ने चेतावनी दी कि यदि जल्दी ही उक्त सड़क को खोला नहीं गया तो टिकरी मुशैहरा की जनता फिर से किसान सभा के बैनर तले आंदोलन के लिए बाध्य होगी।
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