विपुल गुप्ता, सुजानपुर, न्यूज़ हिमाचल 24
सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत पनोह के चमयोला गांव के ग्रामीण इन दिनों सड़क खराब होने से बुरी तरह परेशान हैं। भारी बारिश और लापरवाही के चलते गांव के मुख्य मार्ग कई दिनों से बंद पड़े हैं। सड़कें बंद होने से बस सेवा पूरी तरह ठप हो गई है, जिसके चलते गांव जिला मुख्यालय से पूरी तरह कट गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि कई बार विभागीय अधिकारियों को सूचित करने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। ऐसे में भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक राजेंद्र राणा को जब इस समस्या की जानकारी मिली तो वे तुरंत गांव पहुंचे। उन्होंने गांव में ग्रामीणों से मुलाकात कर मौके पर हालात देखे और लोगों की दिक्कतों को समझा।

लोगों ने उन्हें बताया कि किस तरह
उन्हें जरूरी सामान, दवाई और अन्य जरूरतें पूरी करने में भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।गांव में मौजूद ग्रामीणों ने पूर्व विधायक को बताया कि सड़कें लंबे समय से अवरुद्ध हैं, बस सेवा बंद हो गई है और विभाग के अधिकारी सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं। इस पर पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को फोन कर तत्काल रास्ता खुलवाने और बस सेवा बहाल करवाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि लोगों को बुनियादी सुविधाओं से वंचित रखना बड़ी लापरवाही है।पूर्व विधायक ने लोक निर्माण विभाग सुजानपुर पर सवाल उठाते हुए कहा कि यहां बेहतरीन काम करने वाले अधिकारी का अचानक ट्रांसफर कर उसे दूर भेज दिया गया है, जबकि एक जूनियर अधिकारी को बड़े पद का अतिरिक्त कार्यभार सौंप दिया गया है। इतना ही नहीं, एक अन्य अधिकारी से उसका कार्य क्षेत्र भी छीन लिया गया है।
उन्होंने कहा कि ये सब देखकर ऐसा लग रहा है कि विभाग में कोई अंदरूनी साजिश चल रही है, जिससे कामकाज प्रभावित हो रहा है और इसका खामियाजा सीधे आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
राजेंद्र राणा ने सरकार और विभागीय अधिकारियों से अपील की कि जल्द से जल्द ग्रामीणों की समस्या का समाधान किया जाए। उन्होंने ट्रांसफर-पोस्टिंग में चल रहे ‘खेल’ को बंद करने की भी मांग उठाई। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी ईमानदारी से काम कर रहे हैं, उन्हें काम करने दिया जाए और जो अधिकारी एक्सटेंशन पर बैठे हैं, उन पर भी तुरंत निर्णय लिया जाए।
गांव के लोगों ने पूर्व विधायक राजेंद्र राणा का आभार जताया और कहा कि उनकी पहल से उम्मीद जगी है कि अब जल्द ही रास्ता खुलेगा और बस सेवा फिर से शुरू होगी। ग्रामीणों ने चेताया कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो वे धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
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