किरण राही/पधर (मंडी)।
निर्माधीन फोरलेन नारला से बिजनी तक बरसात के मौसम में खास कर रात को सफर करना किसी जोखिम से कम नहीं। फोरलेन सड़क विकास की जगह विनाश का प्रतीक बन रही है। भारी बारिस और लापरवाह निर्माण कार्य के चलते सड़क पूरी तरह दलदल में तबदील हो गई है।
सड़क के किनारे नई तकनीक से लगाई गई मिटटी की सुरक्षा दीवारें फूल गई है और गिरने के कगार पर है। सड़क पर सफर करना खतरे से कम नहीं। आए दिन वाहन दलदल में फंस रहे हैं। कंस्टृक्शन कंपनी के कानों तक जूं नहीं रेंग रही है। शनिवार रात को पाली बाजार में सब्जी लेकर जा रही जीत दलदल में फंस गई। मौके पर मदद के लिए न तो फोरलेन की मशीनरी थी और न ही कंपनी का कोई जिम्मेवार कर्मी।

सेवा आश्रय संगठन के अध्यक्ष लोकेश ठाकुर उर्फ लक्की ने ग्रामीणोेेें को संगठित करके राहत कार्य शुरू करवाया। रोशनी की व्यवस्था कर टृक से रस्सी बांधकर डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद जीप को बाहर निकाला गया और यातायात को बहाल करवाया। पूरा घटनाक्रम ग्रीमीणों की एकजुटता और सेवा भावना की मिशाल बन गया। ग्रामीणों द्वारा की गई व्यवस्था ने कंपनी की लापरवाही की पोल खोल दी। ग्रामीणों ने बताया कि बारिस में यहां वाहन का फंसना आम बात हो गई है।
आए दिन कोई न कोई निर्माणाधीन सड़क पर कंपनी की लापरवाही का शिकार हो रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि प्रशासन और कंपनी की आपसी मिलीभगत से आम जनता को राम भरोसे छोड़ दिया है। यह पहली घटना नहीं जब निर्माणाधीन सड़क पर कंपनी की लापरवाही सामने आई हो।
पहले भी कई वाहन फंस चुके हैं। एनएचएआई और कंपनी द्वारा न कोई समाधान किया जा रहा है। प्रशासन भी फोरलेन कंपनी के आगे बौना साबित हो रहा है। ग्रामीणोें ने प्रशासन को चेताया कि स्थाई नहीं हुआ तो जन आंदोलन छेड़ा जाएगा।
कंपनी के आला अधिकारियों से बात हुई है। उन्हें समिति की ओर से कहा गया है कि दलदल बने खतरनाक स्थानोंप र चेतावनी बोर्ड और अधिकारियों के मोबाइल नंबर के साथ होर्डिंग लगाए जाएं ताकि आपात स्थिती में लोग सहायता मांग सकें। मांग पर कार्यवाही नहीं हुई तो समिति अधिकारियों से सोमवार को जवाबदेही तलब करेगी।
Discover more from Newshimachal24
Subscribe to get the latest posts sent to your email.