उपायुक्त ने सभी कलाकारों को कला संस्कृति के लिए समर्पण तथा अध्यवसाय के साथ कार्यरत रहने के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अपनी संस्कृति, कला तथा भाषा को समृद्ध करना हमारा परम कर्तव्य है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि इस बार दशहरा उत्सव समिति भाषा संस्कृति विभाग के सौजन्य से कुल्लू दशहरा नाट्योत्सव का भी 5 व 6 अक्टूबर, अटल सदन, शाम 4 बजे प्रतिदिन आयोजित कर रही है।
कार्यक्रम में जिला के 60 से अधिक वरिष्ठ व नवोदित कवि एवं कलाकारो ने अपनी प्रस्तुतियां दीं। डॉ महेश शर्मा ने शुद्ध सारंग, निशांत गौतम बांसुरी वादन में वागेश्री, डॉ ठाकुर सेन सितार वादन में राग यमन सुनाया अमिताभ महंत ने तबला पर संगत की। सहायक लोग सम्पर्क अधिकारी कुल्लू जय प्रकाश शर्मा ने राग भैरवी में छोटा ख़्याल भवानी – दयानी पर प्रस्तुत किया। तेजेंद्र भारद्वाज गायन राग़ यमन, डॉ भुवनेश्वर शर्मा गायन राग जोग, डॉ हरि सिंह वागेश्री, क्षतिज ने भीमप्लासी प्रस्तुत किया।

लेकिशा, ने तबला वादन से समा बांधा। अर्पिता ठाकुर , डॉ बलदेव ठाकुर, संजय कुमार धनवंती,अर्पिता ठाकुर, विजय, दीप, करिश्मा, चमनू ठाकुर, भास्कर शर्मा दीनदयाल संजय ने मधुर बंदिशें प्रस्तुत की।कवि गोष्ठी में ,इंदु नवनीत भारद्वान,डॉ देवकन्या ठाकुर ,अनुरंजनी गौतम, सहित करीव 35 कवियों ने अपनी सुंदर रचनाएं प्रस्तुत की 90 वर्षीय श्रीमती राज भारती, सरला चम्बयाल, मनदीप शर्मा सहित अन्य कवियों ने अपनी सुंदर रचनाएं प्रस्तुत की।
इस अवसर पर जिला भाषा अधिकारी प्रोमिला गुलेरिया ने भी सुंदर भजन की प्रस्तुति दी पंडित विद्या सागर सम्नेपूर्ण कार्यक्रम के दौरान तबला वादन एवं हारमोनियम पर स्संगत करते हए मालकोस में बंदिश प्रस्तुत कार्यक्रम का समापन किया। कार्यक्रम का सञ्चालन सुंदर श्याम ने किया ।
Discover more from Newshimachal24
Subscribe to get the latest posts sent to your email.