हिमाचल पहाड़ों का प्रदेश नहीं, बल्कि संभावनाओं और समाधान का केंद्र बन रहा-राज्यपाल



हिमाचल प्रदेश को सदैव ‘‘ऑल सीज़न-ऑल रीज़न” की भूमि कहा गया है। यहाँ की प्राकृतिक विविधता, कृषि आधारित अर्थव्यवस्था, वैज्ञानिक सोच, तकनीकी नवाचार और परिश्रमी जनशक्ति, देश के सशक्त निर्माण में अपना बहुमूल्य योगदान दे रही हैं।


राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने ये बात आज
धर्मशाला में आत्मनिर्भर भारत प्रदर्शनी के उदघाटन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए कही।


उन्होंने कहा कि आज का यह आयोजन “आत्मनिर्भर भारत” की उस सोच को साकार करता है, जिसकी कल्पना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक सक्षम, स्वावलंबी और समृद्ध भारत के रूप में की है।
राज्यपाल ने कहा, ‘मैं सभी संगठनों से अपील करता हूं कि वे ‘आत्मनिर्भर भारत’ की संकल्पना को पूरा करने में आगे आएं और प्रधानमंत्री के इस दिशा में किए जा रहे नवोन्मेषी प्रयासों में सहयोग करें ताकि भारत विकास के पथ पर और तेजी से अग्रसर हो सके।’


उन्होंने कहा कि आयोजन में कृषि, बागवानी, एम.एस.एम.ई., खाद्य प्रसंस्करण, स्वास्थ्य, अनुसंधान, रक्षा प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी, कौशल विकास, ग्रामीण नवाचार व स्टार्टअप्स से संबंधित प्रदर्शनी और सत्र यह दर्शाते हैं कि हिमाचल अब केवल पहाड़ों का प्रदेश नहीं, बल्कि संभावनाओं और समाधान का केंद्र बन रहा है।


शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि इस आयोजन की सार्थकता तब और बढ़ जाती है जब हम केवल आर्थिक या तकनीकी दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी विकास की बात करते हैं। और यही कारण है कि मैं यहां राज्यपाल के रूप में चलाए जा रहे ‘नशामुक्त हिमाचल अभियान’ का विशेष उल्लेख करना चाहता हूँ।


उन्होंने कहा कि हम सब जानते हैं कि नशा न केवल व्यक्ति के भविष्य को अंधकारमय करता है, बल्कि समाज की ऊर्जा और उत्पादकता को भी क्षीण करता है। मेरा यह मानना है कि आत्मनिर्भरता केवल आर्थिक नहीं, बल्कि मानसिक, शारीरिक और सामाजिक स्वच्छता में भी निहित है।


उन्होंने कहा कि डेस्टिनेशन हिमाचल तभी पूर्ण होगा जब हम एक स्वस्थ, सशक्त और नशामुक्त हिमाचल की नींव रखेंगे। यह अभियान आज जन-जन का अभियान बन चुका है। स्कूलों, पंचायतों, एनजीओ, युवाओं, स्थानीय संगठनों और स्वयंसेवकों ने इसे जनांदोलन बना दिया है। यह जागरूकता हिमाचल को एक सुरक्षित निवेश गंतव्य, स्वस्थ कार्यबल और युवा नेतृत्व देने में सहायक सिद्ध हो रही है।


राज्यपाल ने कहा कि आयोजन में
उपस्थित सभी उद्यमियों, योजनाकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से आह्वान है कि वे ‘नशामुक्ति’ को भी विकास की मुख्यधारा में लाएं। यह सामाजिक निवेश आर्थिक एवं मानवीय लाभ देगा।
राज्यपाल ने कहा कि यह मंच हिमाचल की उभरती ताकत और आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों तक पहुँचाने का कार्य करेगा।


इस अवसर पर लोक सभा सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं विधायक विपिन परमार, विधायक सुधीर शर्मा, रणवीर सिंह व पवन काजल, भाजपा महामंत्री
त्रिलोक कपूर, केंद्रीय विश्वविद्यालय के उप कुलपति एसपी बंसल, पूर्व विधायक विशाल नेहरिया, डीसी हेम राज बैरवा व एसपी शालिनी अग्निहोत्री भी मौजूद रहे।


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