प्रधानाचार्या रेखा शर्मा ने प्रशस्ति पत्र और पुरस्कार देकर किया सम्मानित..
अंशुल शर्मा ।घुमारवीं
वर्तमान समाज में जहां चोरी , डकैती, धोखाधड़ी तथा लूटमार के अनेक मामले संज्ञान में आते हैं वहीं पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जेजवीं के बच्चों मोहित, राधिका, शिल्पा तथा कनिका ने ईमानदारी की मिसाल कर अपनी शिक्षा, संस्कार तथा ईमानदारी का परिचय दिया है।
लगभग चार दिन पूर्व ज़िला सिरमौर के हरिपुर धार क्षेत्र के चुनुवीं गांव के यशपाल सूर्य भेड़ बकरियों के व्यापार के सिलसिले में जेजवीं क्षेत्र में आये थे कि रास्ते में उनके पचास हजार रुपए गुम हो गये। काफी देर तक ढूंढने के उपरांत मायूस यशपाल अपने घर चले गए। तीन दिन बाद कोटधार के गांव सूह के बच्चों ने पाठशाला से घर जाते हुए पैसों से भरा एक पैकेट मिला जिसे उन्होंने अपने अविभावकों को सौंप दिया।
बच्चों के अविभावकों ने जांच-पड़ताल करने पर यशपाल के निवास तथा मोबाइल नंबर पता किया। इस घटनाक्रम की सच्चाई का पता लगाकर बच्चों के अविभावकों गूगल पे के माध्यम से पचास हज़ार लौटा दिए। अपने खोए धन को प्राप्त कर यशपाल की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। यशपाल ने बच्चों मोबाइल के माध्यम से आशीर्वाद एवं शिक्षकों तथा अध्यापकों को धन्यवाद भेजा।
मोबाइल पर बात करने पर यशपाल ने कहा कि वह निकट भविष्य में जेजवीं पाठशाला में जाकर बच्चों को उनकी ईमानदारी के लिए सम्मानित करना चाहता है। ईमानदारी की मिसाल बने बच्चों से प्रसन्न होकर जेजवीं की पाठशाला प्रधानाचार्या रेखा शर्मा ने चारों बच्चों को प्रार्थना सभा में प्रशस्ति पत्र तथा मैडल देकर सम्मानित कर शाबाशी दी। उन्होंने कहा कि इस ईमानदारी के उदाहरण और भी बच्चों को ईमानदारी की प्रेरणा मिलेगी। इस घटना की पूरे क्षेत्र में चर्चा है।