दिव्यांग रमेश का नहीं हो पाया जेबीटी में चयन



50 प्रतिशत मेडिकल प्रमाण पत्र और ओबीसी श्रेणी से सबंधित है युवक।

वृद्ध माता पिता की सेवा के लिए दिव्यांगता बनी चुनौती।

किरण राही/ पधर मंडी।


द्रंग की चौहारघाटी की ग्राम पंचायत धमच्याण के धार गांव के दिव्यांग रमेश चंद के लिए अपंगता चुनौती बनी हुई है। युवक जेबीटी प्रशिक्षित और टेट पास है। जिसने बैच 2014-16 में जेबीटी का प्रशिक्षण लिया है। ओबीसी केटेगरी और पचास प्रतिशत दिव्यांग होने के बावजूद युवक की बैच आधार पर नियुक्ति नहीं हो रही है। जिस वजह से मानसिक रूप से परेशान है।


रमेश का कहना है कि बेरोजगार के साथ साथ अपंग होने के कारण वह अपने वृद्ध माता पिता की सेवा करने में भी असमर्थ है। जिस कारण अपने परिवार का भरण पोषण युवक के लिए चुनौती बना हुआ है। इस बार बैच आधार पर चयन होने की आस लगाए बैठे युवक को गहरा आघात लगा। जब युवक फिर चयनित नहीं हो पाया।


ओबीसी श्रेणी से सबंध रखने के साथ साथ मेडिकल बोर्ड द्वारा जारी 50 प्रतिशत अपंगता प्रमाण पत्र होने के बावजूद रमेश फिर जेबीटी अध्यापक बनने से रह गया। परिणाम आते ही युवक पर दुःखों का पहाड़ गिर गया। जिसने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर से न्याय दिला रोजगार मुहैया करवाने की गुहार लगाई है।

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