थलटूखोड़ स्कूल एनएसएस वालंटियरों को सैल्यूट  



किरण राही/पधर(मंडी)।




चौहारघाटी की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला थलटूखोड़ के एनएसएस वालंटियरों ने 31 जुलाई की मध्य रात्रि को राजबन घटनास्थल में हुई त्रासदी में राहत कार्य में अपनी अहम भूमिका निभाते हुए सेवा भाव का जो जज्बा दिखाया, उस की क्षेत्र में जमकर सराहना हो रही है।


एनएसएस वालंटियरों ने एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, होमगार्ड, पुलिस, अग्निशमन विभाग के जवानों के लिए स्कूल में बनाए गए बेस कैंप में भोजन, पानी और आवास आदि की बेहतर व्यवस्था के साथ साफ सफाई का जिम्मा संभाला।


बेस कैंप में एनडीआरएफ(33), एसडीआरएफ(15) तथा होमगार्ड और पुलिस के (30) जवान ठहरे हुए थे। उनके ब्रेकफास्ट और डिनर की व्यवस्था बेस कैंप में की गई थी। यह जिम्मेवारी वालंटियरों ने आठ दिन तक रात दिन बखूबी संभाली। आंगनबाड़ी और मिड डे मील कार्यकर्ताओं ने भी इसमें बेहतर योगदान दिया।


इसके अलावा एनएसएस वालंटियरों ने प्रशासन द्वारा उपलब्ध करवाई गई राहत सामग्री भी प्रभावित इलाकों में लोगों तक पहुंचाई। वहीं राजबन घटनास्थल पर रेस्क्यू टीम के लिए दोपहर के भोजन की व्यवस्था स्थानीय ग्रामीणों द्वारा की गई। जिसमें ग्राम पंचायत धमच्याण के सभी महिला मंडलों ने बारी बारी अपनी सेवाएं दी।


एनएसएस इंचार्ज सुनील कुमार और अभिनाश के साथ स्वयंसेवक चेतन, सतीश, कबीर, आकाश, आशीष, आदित्य ठाकुर, लक्की, जयकुमार, निखिल, अपूर्व, सनोज, अभय और सूरज ने राजबन घटनास्थल में आठ दिन तक चले सर्च ऑपरेशन दौरान रेस्क्यू टीम को भोजन पानी, आवास की समुचित व्यवस्था के साथ साथ प्रभावितों तक राहत सामग्री पहुंचाने में अहम योगदान दिया।


आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कुसुम, कमलेश, शकुंतला, दीपा और मिड डे मील वर्कर भेखली देवी तथा बिल्ली देवी ने भोजन व्यवस्था में अहम भूमिका निभाई।
जिसकी एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, होमगार्ड और पुलिस जवानों ने भी जमकर तारीफ की।
कहा कि आपदा के दौरान इस तरह की भोजन व आवास व्यवस्था यदा कदा ही उपलब्ध हो पाती है। स्कूल के स्वयंसेवकों ने एक मिसाल पेश की है।

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