शिमला
राजधानी में अक्सर सरकारी बसों के चालक और परिचालक की ईमानदारी की खबरें सामने आती रहती हैं, लेकिन इस बार एक निजी बस के कंडक्टर की ईमानदारी की मिसाल देखने को मिली है।
शिमला सिटी में चलने वाली एक निजी बस (हनी बस सर्विस) शिमला पुराने बस स्टैंड से संजोली जा रही थी। इस दौरान विक्ट्री टनल से एक लड़की बस में सवार हुई, जो आईजीएमसी (IGMC) के लिए जा रही थी।
लड़की बस से उतरते समय अपना बैग बस में भूल गई। इस बैग में उसका मोबाइल, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज थे। कंडक्टर को जब बैग मिला, तो उसने तुरंत इसे सुरक्षित रख लिया और लड़की की पहचान और संपर्क जानकारी की खोज में लग गया।
कुछ समय बाद, कंडक्टर ने लड़की को ढूंढ निकाला और उसे उसका बैग वापस कर दिया। इस ईमानदारी भरे कदम से कंडक्टर ने समाज में एक सकारात्मक संदेश दिया है।
लड़की ने कंडक्टर की ईमानदारी की सराहना करते हुए धन्यवाद किया और कहा कि ऐसे लोग समाज में भरोसा और सुरक्षा का माहौल बनाए रखते हैं। इस घटना ने यह साबित कर दिया कि निजी बस सेवा के कर्मचारी भी ईमानदारी और नैतिकता में किसी से कम नहीं हैं।
इस घटना ने शिमला शहर में एक मिसाल कायम की है और यह संदेश दिया है कि चाहे सरकारी बस सेवा हो या निजी, हर जगह ईमानदार लोग मौजूद हैं जो समाज को बेहतर बनाने में अपना योगदान दे रहे हैं।