मिलाप कौशल खुंडियां
ज्वालामुखी में सोमवार को जल शक्ति पैरा कर्मचारी संघर्ष मोर्चा की विशेष बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष अमन शर्मा ने की। बैठक के बाद उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि 2017 से 2022 तक पैरा वर्करों की नियुक्ति की गई थी और वर्तमान में इनकी संख्या लगभग 5500 हो चुकी है। 2024 में भी पैरा वर्करों की भर्ती प्रक्रिया जारी है।
अमन शर्मा ने कहा कि 2020 और 2021 में जब कोविड-19 जैसी भयंकर महामारी थी, तब भी पैरा वर्करों ने अपनी जान की परवाह किए बिना पूरे प्रदेश में जल सेवा जारी रखी। 2023 में प्रदेश में आई आपदा के दौरान भी उन्होंने दिन-रात काम कर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में मल्टी-पर्पस पैरा वर्करों को 5000 रुपये और पंप ऑपरेटर एवं फिटर को 6300 रुपये प्रतिमाह वेतन दिया जा रहा है, जो बहुत कम है। उन्होंने मांग की कि जल शक्ति विभाग में पैरा वर्करों को 8 साल में नियमित करने का प्रावधान है, जिसे घटाकर 5 साल किया जाए। साथ ही, 5 साल की सेवा पूरी करने के बाद उन्हें नियमित किया जाए।
शर्मा ने यह भी कहा कि पैरा वर्करों को न तो उचित वेतन दिया जा रहा है, न ही किसी प्रकार की छुट्टी का प्रावधान है। उन्हें 6 घंटे की सेवा के लिए नियुक्त किया गया था, लेकिन उनसे 8 घंटे काम लिया जा रहा है। बैठक में इन सभी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान कोमल प्रदेश सह सचिव, आर जे, जर्नल सिंह, अमित, प्रदीप आदि उपस्थित रहे।
