विपुल गुप्ता, सुजानपुर, न्यूज़ हिमाचल 24
पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश के युवाओं के भविष्य के साथ ऐसा छल इतिहास में पहले कभी नहीं देखा गया। उन्होंने आरोप लगाया कि सुक्खू सरकार के दो साल के शासन में युवाओं को नौकरी देने की बजाय हजारों पदों को जानबूझकर खाली रखा गया, और अब इन पदों को समाप्त करने का निर्णय लेकर युवाओं के भविष्य पर गहरी चोट की है। उन्होंने कहा, “यह सरकार युवाओं के सपनों को कुचलने पर उतारू है। पहले से ही बेरोजगारी की मार झेल रहे प्रदेश के युवाओं का भविष्य अंधकार में धकेलने का काम सुक्खू सरकार कर रही है।”
राजेंद्र राणा ने आगे कहा कि सुक्खू सरकार का हर फैसला युवा-विरोधी साबित हुआ है। विभिन्न भर्तियों के परिणामों को रोककर, सरकार ने युवा पीढ़ी को मानसिक और आर्थिक कष्ट झेलने पर मजबूर कर दिया। युवाओं को आश्वासन देने की बजाय सरकार ने बार-बार उनके सपनों को धोखा दिया है। जब युवा सड़कों पर उतरकर अपने हक की मांग कर रहे हैं और विपक्ष दबाव बना रहा है, तो सरकार अब केवल आंशिक रूप से परिणाम जारी करके मामले को ठंडा करने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने सुक्खू सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह हिंदुस्तान की पहली ऐसी सरकार है जो वादाखिलाफी के नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। “सरकारी खजाने की लूट-खसोट करके इसे अपने चुनिंदा मित्रों में बांटने का खेल चल रहा है, जबकि युवा वर्ग अपने भविष्य को लेकर दर-दर की ठोकरें खा रहा है। प्रदेश का खजाना खाली हो गया है, और इसके बावजूद सरकार की मित्र मंडली मौज में है। वहीं, हमारी युवा पीढ़ी खून के आंसू बहा रही है और रोजगार के लिए त्राहिमाम कर रही है।”
राजेंद्र राणा ने चेतावनी दी कि युवाओं का बढ़ता आक्रोश सुक्खू सरकार की विदाई की पटकथा लिखेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश की युवा शक्ति अब चुप नहीं बैठेगी और इस असंवेदनशील सरकार का बोरिया-बिस्तर बांधकर इसे सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएगी।