विपुल गुप्ता, सुजानपुर, न्यूज़ हिमाचल 24
पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने आज सुजानपुर में कारगिल विजय दिवस के इस अवसर पर मंडल भाजपा द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कारगिल शहीदों का सर्वोच्च बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह दिन भारतीय सैनिकों के शौर्य गाथा के रूप में इतिहास के स्वर्णिम पन्नों में अंकित हो चुका है क्योंकि 25 साल पहले 26 जुलाई 1999 को आज ही के दिन भारतीय सेना ने कारगिल युद्ध के दौरान चलाए गए ‘ऑपरेशन विजय’ को सफलतापूर्वक अंजाम देकर भारत भूमि को घुसपैठियों के चंगुल से मुक्त कराया था और दुनिया के सबसे खतरनाक व पहाड़ी क्षेत्र में लड़े गए इस युद्ध में भारत को जीत हासिल हुई थी ।
राजेंद्र राणा ने कहा कि 25 वर्ष पहले कारगिल की चोटियों पर जो विजय-गाथा लिखी गई, वो हमारी पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। इस युद्ध में भारतीय सैनिकों का साहस हिमालय से भी ऊंचा था और भारतीय सैनिकों की शौर्य गाथा का लोहा पूरी दुनिया ने माना था । उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध में शहादत पाने वाले देश के 527 वीर जवानों में से 52 शहीद हिमाचल से थे और दो परमवीर चक्र भी हिमाचल को मिले ।
राजेंद्र राणा ने कहा कि सैनिकों के बलिदान और मातृभूमि के प्रति सैनिकों के योगदान को वह हमेशा नमन करते आए हैं और सर्व कल्याणकारी संस्था को भी यह गौरव हासिल है कि संस्था द्वारा सुजानपुर में 2002 में कारगिल शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया गया था और उसके बाद संस्था द्वारा सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र से संबंधित सैनिक परिवारों और पूर्व सैनिको को भी सम्मानित करके देश के प्रति उनकी अनमोल सेवाओं को स्मरण किया था।
राजेंद्र राणा ने कहा कि आज का दिन उन सभी शूरवीरों को नमन करने का दिन है जिन्होंने कारगिल की चोटियों से तिरंगे को उतारने के षडयंत्र को असफल किया था और अपना सर्वस्व मातृभूमि के लिए न्योच्छावर कर दिया था।
इस कार्यक्रम में सुजानपुर मंडल भाजपा अध्यक्ष प्रो. विक्रम राणा सहित बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक और सेवा से रिटायर्ड अफसर मौजूद थे. इस अवसर पर कारगिल शहीदों के परिजनों को सम्मानित भी किया गया।