रक्कड़, 9 अप्रैल (पूजा ): केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के बलाहर स्थित वेद व्यास परिसर में ज्योतिष विभाग द्वारा प्रशिक्षित कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत बुधवार के दिन परिसर के सभागार में 10 कार्यदिवसीय जन्मकुण्डली निर्माण कार्यशाला का उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया। जिसमें मुख्यातिथि के रूप में श्रीलाल बहादुर शास्त्री(एल बी एस) राष्ट्रिय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली के वास्तुशास्त्र विभाग के आचार्य प्रो. अशोक थपलियाल ने शिरकत की।

अपने उद्बोधन में उन्होंने ज्योतिष में जन्मकुण्डली विज्ञान की महत्ता पर प्रकाश डाला एवं सभी ज्योतिष के विद्यार्थियों को ज्योतिष के वैज्ञानिक पक्ष को मजबूत करने पर बल दिया। वहीं विशिष्टातिथि के रूप में वेदव्यासपरिसर की साहित्य विद्या शाखा की विभाग-संयोजिका प्रो. मोहिनी अरोडा उपस्थित रहीं।उन्होंने कर्म एवं भाग्य की महत्ता स्पष्ट करते हुए दोनों ही पक्षों को मनुष्य जीवन में आवश्यक मानते हुए अपने विचार प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम में इस कार्यशाला की सफलता की कामना करते हुए परिसर निदेशक आचार्या सत्यम कुमारी ने ज्योतिष को मानव जीवन का आवश्यक अंग माना एवं आशीर्वचन से सभी छात्रों को अभिप्रेरित किया। कार्यक्रम में ज्योतिषविद्याशाखा के विभाग संयोजक डॉ. मनोज श्रीमाल ने बताया कि सभी विद्यार्थी आगामी दस दिनों में जन्मकुण्डली निर्माण एवं फलादेश का प्रायोगिक प्रशिक्षण ग्रहण करेंगे।
जिसके माध्यम से वे किसी भी व्यक्ति की जन्मकुण्डली निर्माण कर फलादेश करने में दक्ष होंगे। कार्यक्रम में कार्यशाला संयोजक डॉ. यज्ञदत्त, सह-संयोजक डॉ. शैलेश कुमार तिवारी, डॉ. दीप कुमार, डॉ. विनोद शर्मा, डॉ. गोविन्द नारायण दीक्षित एवं परिसरीय अन्य प्राध्यापक एवं काफी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
