मिलाप कौशल खुंडियां
खंड चिकित्सा अधिकारी ज्वालामुखी डॉ संजय बजाज के आदेशानुसार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लगड़ू में स्कूल के प्रधानाचार्य राज कुमार ठाकुर की अध्यक्षता में विश्व कुष्ठ रोग दिवस मनाया गया इस दिवस पर खंड स्वास्थ्य शिक्षक ज्वालामुखी सुरेश चन्देल ने बताया कि इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य कुष्ठ रोग के बारे में अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करना है ताकि बीमारी से लोगों को बचाया जा सके।
चन्देल ने बताया कि कुष्ठ रोग माइकोबैक्टीरियम लेप्री नामक बैक्टीरिया के कारण होता है। कुष्ठ रोग का पहला संकेत त्वचा पर छोटे गाढ़े, लाल रंग के दाने या घाव के रूप में होते है जब यह बीमारी बढ़ती है तो शरीर के विभिन्न हिस्सों में दर्द और सूजन का अनुभव होता है परंतु सही समय पर मल्टी ड्रग थेरेपी के 6-12 महीने के कोर्स से इस बीमारी को पूरी तरहा से ठीक किया जा सकता है और प्रारंभिक इलाज से अपाहिज ,विकलांगता होने से बचा जा सकता है।
यह रोग त्वचा,नसों, आँखों और नाक की परत को प्रभावित करता है और यदि समय पर इलाज न करवाए तो हाथ और पैर अपंग हो सकते है, लकवा मार सकता है और अंधापन भी हो सकता है। यह रोग किसी भी आयु में हो सकता है। यह रोग अनुवांशिक नही होता लेकिन यह रोग कुष्ठ रोगी के लगातार संपर्क के दौरान, नाक तथा मुँह से बूंदो के माध्यम से फैलता है। और कुष्ठ रोग में व्यक्ति को दर्द महसूस नही होती और हाथ और पैर के जलने और चोट लगने और अपंगता होने की संभावना होती है।
इस दिवस पर स्कूल के बच्चों की भाषण प्रतियोगिता करवाई गई जिसमें पहले स्थान पर अनमोल , दूसरे स्थान पर बेबू ,तथा तीसरे स्थान पर पूजा रही। तथा पेंटिंग प्रतियोगिता में पहले स्थान पर रीतिका , दूसरे स्थान पर बेबू ,तीसरे स्थान पर कृतिका रही। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतियोगियों को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से ईनाम दिए गए कुष्ठरोग दिवस पर स्कूल के अध्यापकों व बच्चों को कुष्ठ रोग के बारे में प्रतिज्ञा भी दिलाई गई।स्वास्थ्य पर्यवेक्षक संजीव शर्मा ने स्कूल के बच्चों को कुष्ठ रोग के बारे में और लोगो को भी जागरूक करने की सलाह दी।
शर्मा ने बताया कि लोगो को जो भ्रंतियाँ है कि यह छुआ छूत की बीमारी है उन भ्रांतियों को दूर करना है क्योंकि यह बीमारी बैक्टेरिया से फैलती है छुआ छूत की बीमारी नही है उन्होंने बताया कि समय पर कुष्ठ रोगी को अस्पताल में लाकर उसका उपचार करवाएं ताकि और लोगो को भी इस बीमारी से बचाया जा सके। इस दिवस पर स्वास्थ्य पर्यवेक्षक संजीव शर्मा, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता लगड़ू नेहा कुमारी , स्कूल के अध्यापक अशोक कुमार,निर्मला, रीना कुमारी,रवि कुमार, रीना कुमारी ,राकेश कुमार,चेतन, अजय कुमार ,रविन्द्र ,सुशील ,राकेश कुमार व स्कूल के 290 बच्चे उपस्थित रहे।