मिलाप कौशल/ खुंडियां
हिमाचल प्रदेश की सुख की सरकार वित्तीय संकट से जूझ रही है इस स्तिथि में सरकार ने कम विद्यार्थियों की संख्या वाले स्कूलों को दूसरे स्कूलों में मर्ज करने का निर्णय लिया है। इस स्तिथि पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विकास धीमान ने सरकार से इस सम्बन्ध में कुछ सवाल किए हैं। विकास धीमान ने पूछा है कि सरकार ने कम छात्र संख्या का क्या माप दंड रखा है ? छात्रों की कम संख्या का क्या कारण है,क्षेत्र में कम बच्चे या बच्चों का प्राइवेट स्कूलों में पढ़ना ।
बंद हुए स्कूलों के भवनों का रख रखाव किसका होगा और उनका क्या कोई दूसरा इस्तेमाल होगा ? बच्चों को अगर मर्जर के बाद ज्यादा दूरी तय करने पड़ती है तो उसके लिए यातायात कैसे दिया जायेगा ? विकास धीमान ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा एक छात्र की जिंदगी की सबसे महत्वपूर्ण शिक्षा होती है यह एक छात्र की नींव होती है।सरकारों को इस पर गंभीरता से सोचना चाहिए।
सरकार को हर संभव कोशिश करने चाहिए कि वो स्कूलों का मर्जर न करे ताकि छात्रों और अभिभावकों को कोई समस्या न हो।आम आदमी पैसा बचा-बचा कर बच्चों को पढ़ने भेजता है अगर उसके बच्चों की शिक्षा से खिलवाड़ होगा तो यह उचित नहीं है। आम आदमी पार्टी अपनी शिक्षा नितियों के लिए जानी जाती है, मुफ्त और गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा हमारी पार्टी की प्रथमिकता रही है। अगर हिमाचल में प्राथमिक शिक्षा के साथ कोई समझौता किया तो आम आदमी पार्टी इसका विरोध बड़े पैमाने पर करेगी।