सभा में मौजूद समिति और जिला परिषद सदस्यों ने लिया मामले का संज्ञान
प्रस्ताव पारित कर डीसी मंडी और सीएम को भेजा, कार्रवाई की उठाई मांग
समिति अध्यक्षा शीला ठाकुर की अध्यक्षता में हुई त्रैमासिक बैठक।
किरण राही/पधर(मंडी)।
पंचायत समिति द्रंग खंड की त्रैमासिक बैठक में अधिकारियों के न पहुंचने पर समिति सदस्यों ने तल्खी दिखाई। गुस्साए सदस्यों ने प्रस्ताव पारित कर ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर जिला उपायुक्त और मुख्यमंत्री को प्रेषित किया। त्रैमासिक बैठक समिति अध्यक्षा शीला ठाकुर की अध्यक्षता में संपन हुई।
जिसमें उपाध्यक्ष कृष्ण भोज, जिला परिषद सदस्य रविकांत, कुशाल भारद्वाज, विजय भाटिया, शारदा ठाकुर, कार्यकारी अधिकारी एवं खंड विकास अधिकारी विनय चौहान, पंचायत निरीक्षक हुक्म चंद, उपनिरीक्षक जोगिंदर सिंह सहित समस्त सदस्य और विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
जोगेंद्रनगर उपमंडल के किसी भी विभाग के कोई अधिकारी बैठक में नहीं पहुंचे। जिसका सभा मे मौजूद सदस्यों ने कड़ा संज्ञान लिया। साथ ही पधर उपमंडल से भी उपमंडल स्तर के अधिकारी बैठक से नदारद रहने पर तल्खी जताई। यहां सहायक अभियंता स्तर के अधिकारियों की जगह कई विभागों के कनिष्ठ अभियंता बैठक में पहुंचे। जो समिति सदस्यों द्वारा उठाए गए मामलों का संतोषजनक जबाब नहीं दे पाए।
इस दौरान समिति सदस्यों ने वर्ष 2022-23 का बजट जो पंचायतों को भेजा गया है, उस बारे समीक्षा की।
पंचायत समिति अध्यक्षा शीला ठाकुर ने फियूनगलू-धरमेहड़-सुधार की खस्ताहालत का मामला सदन में रखते हुए सड़क की शीघ्र मुरम्मत की मांग की। उपाध्यक्ष कृष्ण भोज ने सरवाला-खुंड़-सास्ती-देवधार और उरला नौशा सड़क को पक्का करने की मांग रखी।
वहीं खजरी-गलमाठा सड़क निर्माण के लिए एफआरए केस को शीघ्र मंजूरी का मामला उठाया। उरला पंचायत के गैल गांव में बिजली की लो वोल्टेज समस्या से ग्रामीणों को निजात दिलाने की मांग की। अन्य समिति सदस्यों ने अपने अपने वार्ड से सबंधित समस्याएं सदन में रखी।
इस दौरान बाल विकास परियोजना अधिकारी जितेंद्र सैनी, तहसील कल्याण अधिकारी सरला शर्मा, कृषि विष्यवाद विशेषज्ञ डॉ सोनम, वन परिक्षेत्र अधिकारी उरला शिवम रत्न, द्रंग मंजू देवी, चिंता ठाकुर, कनिष्ठ अभियंता जल शक्ति विभाग प्रेम भारद्वाज, लोनिवि रामचंद्र ठाकुर सहित अन्य विभागों के अधिकारियों ने विभागों से सबंधित जानकारी दी।