एक महीने के अंदर अगर नेरी लांगना के किसानों कोपानी नहीं पहुंचा तो किसान सभा करेगी उग्र आंदोलन: कुशाल भारद्वाज।
जल शक्ति विभाग के कर्मचारियों के ऐसे हालात की कई जगह से पाइपें क्षतिग्रस्त ।
किरण राही/ पधर/ मंडी ।
हिमाचल किसान सभा के राज्य उपाध्यक्ष एवं जिला परिषद सदस्य कुशाल भारद्वाज द्वारा नेरी लांगणा क्षेत्र के किसान सभा नेता मनीष शर्मा और अन्य टीम के साथ गत दिनों नेरी लांगणा दौरे के दौरान उस क्षेत्र की पेयजल किल्लत तथा गली सड़ी पाइपों से व्यर्थ बह रहे पानी के मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाने के बाद आज जल शक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंता, सहायक अभियंता, कनिष्ठ अभियंता सहित विभागीय कर्मचारी मौके पर पहुंचे तथा स्थिति का जायजा लिया।
अधिकारियों की किसान सभा के स्थानीय नेता मनीश शर्मा और अन्य स्थानीय किसान प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक हुई जिसमें डेढ़ महीने के अंदर पानी की पुरानी गली सड़ी पाइपों को बदलने का लिखित समझौता हुआ। इस मौके पर संबंधित ठेकेदार भी मौजूद रहे। इसी दौरान जल शक्ति विभाग के अधीक्षण अभियंता भी मौके पर पहुंचे।
कुशाल भारद्वाज ने बताया कि उन्हें कई सालों से पेयजल किल्लत बारे लोग बताते थे तथा इस मुद्दे पर पहले भी समय-समय पर हम अधिकारियों से मिलते रहे, लेकिन अस्थाई समाधान के बाद पेयजल समस्या फिर उभर जाती थी। अभी भी लगभग एक महीने से अलग-अलग गांवों से मुझे फोन आते थे कि पाइपों से हर कहीं व्यर्थ पानी बहता रहता है, अधिकारी फोन नहीं उठते और चिम्हनू, नेरी, डबड़ैहल, कोढर, लंगारा, जरेहड़, लांगणा, क्योना, कोटला, गिहूनी, बेड़ी आदि गांवों में लोग पेयजल संकट झेल रहे हैं।
इसलिए मैंने किसान सभा के स्थानीय नेता मनीश शर्मा व अन्य साथियों सहित संबंधित साइट का दौरा किया था और पाया कि भारी मात्रा में फटी पाइपों से पानी बह रहा है। इसके बाद कल हमने इस मुद्दे को मीडिया में भी उठाया था और चेतावनी दी थी कि शीघ्र पाइपें बदल कर स्थाई समाधान नहीं किया गया तो किसान सभा ने उग्र आंदोलन शुरू करेगी।
कुशाल भारद्वाज ने कहा कि मुझे संतुष्टि है कि विभाग ने तुरंत कार्यवाही करते हुए एसई, एक्सियन, एसडीओ, जेई सहित सभी अधिकारी कर्मचारियों व ठेकेदार को साथ लेकर मौके पर पहुंचे और किसान नेता मनीश शर्मा व अन्य लोगों के साथ इस मुद्दे पर बैठक कर डेढ़ महीने में पाइपें बदलने का लिखित समझौता हुआ। अधिशाषी अभियंता ने कहा कि ठेकेदार को काम आबंटित कर दिया है तथा डेढ़ महीने के अंदर नई पाइपें बिछाकर पेयजल समस्या का स्थाई समाधान कर दिया जाएगा।
कुशाल भारद्वाज ने इसका श्रेय क्षेत्र की जनता की एकजुटता को दिया तथा अधीक्षण व अधिशाषी अभियंता सहित सभी अधिकारियों का भी धन्यवाद किया कि हमारे हस्तक्षेप के बाद सभी अधिकारी स्वयं मौके पर गए, किसान नेताओं व स्थानीय जनता से मिले तथा समस्या के समाधान के लिए तत्परता दिखाई। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि आज हुए समझौते का अक्षरशः पालन किया जाएगा।
बैठक के बाद किसान नेता मनीश शर्मा ने कहा कि अधिकारियों द्वारा दिए गए लिखित समझौते के बाद स्थानीय लोगों और किसान नेता कुशाल भारद्वाज से चर्चा करने के बाद किसान सभा ने जलशक्ति विभाग के मंडल कार्यालय घेराव का कार्यक्रम फिलहाल रद्द कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह सफलता क्षेत्र की जनता की एकजुटता से तथा किसान सभा नेतृत्व एवं कुशाल भारद्वाज के हस्तक्षेप से ही हासिल हुई है, क्योंकि अधिकारी लोग हमारे तो फोन भी नहीं उठाते थे। उन्होंने कहा कि यदि पेयजल किल्लत का पूरी तरह समाधान नहीं किया गया तो आंदोलन का रास्ता खुला रहेगा।
