सुंदरनगर
कृषक प्रशिक्षण केन्द्र सुंदरनगर में “कृषि में रिमोट सेंसिंग और ड्रोन प्रौद्योगिकी” विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मंडी, कांगड़ा, हमीरपुर, बिलासपुर, सिरमौर, कुल्लू तथा ऊना जिलों के कृषि विकास और कृषि प्रसार अधिकारियों ने भाग लिया।

प्रशिक्षण के दौरान कृषक प्रशिक्षण केंद्र की प्रधानाचार्य डॉ. प्राची, उप प्रधानाचार्य डॉ. ओम प्रकाश, समन्वयक डॉ. सुधीर, भू-सूचना विज्ञान वैज्ञानिक डॉ. भुमेश्वर, भू-सूचना प्रणाली विशेषज्ञ धृति शर्मा और दीपांश शर्मा, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. नरेश यादव, डॉ. राजीव शर्मा, डॉ. सुधीर कुमार और डॉ. अमर सिंह कौंडल ने प्रतिभागियों को प्रशिक्षण प्रदान किया।
कार्यक्रम के दौरान कृषि में रिमोट सेंसिंग और ड्रोन प्रौद्योगिकी की अवधारणा, उपयोगिता और इसका बढ़ता महत्व, रिमोट सेंसिंग में शामिल तत्व, आधुनिक कृषि में फसलों का अवलोकन, मिट्टी और जल की निगरानी, मौसम पूर्वानुमान, सटीक खेती हेतु रिमोट सेंसिंग का उपयोग, डेटा विश्लेषण और जीपीएस तकनीक, ड्रोन तकनीक का परिचय, कानूनी पहलू और भविष्य की संभावनाएं, कृषि नियोजन में गूगल अर्थ अनुप्रयोग और उपयोग के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।

प्रशिक्षण के एक भाग के रूप में प्रतिभागियों को जिला बिलासपुर के विकासखंड घुमारवीं के औहर गाँव का भ्रमण भी करवाया गया, जहाँ इफ्फको के अंकित शर्मा और जिला बिलासपुर के ड्रोन एक्सपर्ट राजेश शर्मा द्वारा ड्रोन संचालन और नैनो यूरिया के ड्रोन स्प्रे का व्यावहारिक प्रदर्शन किया गया।
समापन अवसर पर प्रधानाचार्य डॉ. प्राची ने सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए धन्यवाद दिया और तकनीकी ज्ञान को अपने कार्यक्षेत्र में लागू करने का आह्वान किया।
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