बुधवार को सड़क सुरक्षा को लेकर जिला स्तरीय रोड सेफ्टी कमेटी की बैठक का आयोजन अतिरिक्त उपायुक्त अश्वनी कुमार की अध्यक्षता में किया गया। रोड सेफ्टी कमेटी की बैठक में एएसपी संजीव चौहान, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) राजेश भंडारी, एनएच से संदीप सिंह, अतुल के अतिरिक्त स्वास्थ्य , परिवहन, बीआरओ, लोक निर्माण, पुलिस विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया। जबकि बैठक का संचालन क्लब के सदस्य सचिव एवं अधिशासी अभियंता लोक निर्माण बी.सी. नेगी द्वारा किया गया।

अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि सड़क दुर्घटनायें गंभीर चिंता का विषय हैं। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों से आग्रह किया कि वे आपसी समन्वय और ठोस योजना के साथ दुर्घटनाओं को रोकने की दिशा में कार्य करें। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि वे अपना वार्षिक रोड सेफ्टी एक्शन प्लान तैयार कर शीघ्र प्रस्तुत करें, जिससे तय समयसीमा में योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा सके।
अतिरिक्त उपायुक्त ने सभी विभागों से आह्वान किया कि वे आपसी समन्वय और सहयोग से सड़क सुरक्षा अभियान को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि यह केवल एक विभाग की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि सामूहिक प्रयासों से ही सड़कों को सुरक्षित बनाया जा सकता है। बैठक में लोगों की सुरक्षा और सड़कों में होनी वाली दुर्घटनाओं को कम करने की विस्तार से चर्चा की गई।

*नियमित चेकिंग अभियान*
बैठक में आरटीओ, एसडीएम एवं पुलिस विभाग को नियमित चैकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए गए, ताकि लोग ट्रैफिक नियमों का कड़ाई से पालन करें और लापरवाही से वाहन चलाने की प्रवृत्ति पर अंकुश लग सके।
*सड़क किनारे साइनेज (संकेत बोर्ड) की स्थापना*
बैठक में दुर्घटनाओं की संभावनाओं को कम करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय उच्च मार्ग और अन्य सडकों से जुड़ने वाली सम्पर्क सड़कों पर उचित स्थानों पर साइनेज लगाए जाने का निर्णय लिया गया, जिससे वाहन चालकों को दिशा, गति सीमा एवं अन्य आवश्यक सूचनाएं मिल सकें।

जन-जागरूकता कार्यक्रम
जिला के प्रत्येक क्षेत्रीय लाइसेंसिंग प्राधिकरण एसडीएम को पुलिस के साथ सड़क सुरक्षा को लेकर जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए। इनके आयोजनों के लिए धनराशी भी उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया गया। इसके तहत ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में लोगों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी जाएगी।
*अतिक्रमण हटाना और ब्लैक स्पॉट चिन्हित करना*
बैठक में सड़क किनारे हो रहे अवैध अतिक्रमण को हटाने और उन स्थानों की पहचान करने पर जोर दिया गया, जहां बार-बार दुर्घटनाएं देखने को मिल रही हो रही हैं। इन ब्लैक स्पॉट्स को चिन्हित कर उनमें सुधार लाने के लिए दिशा–निर्देश जारी किये गए।

*बेसहारा पशुओं का समाधान*
बैठक में सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं के कारण होने वाली दुर्घटनाओं पर विस्तार से चर्चा की गयी और सडकों पर बढ़ रहे लावारिश पशुओं कि संख्या पर चिंता व्यक्त की गयी। बैठक में इस समस्या से निपटने के लिए ऐसे पशुओं को सुरक्षित रूप से पकड़ कर गौसदनों में रखने की व्यवस्था पर विचार किया गया।
*शैक्षणिक संस्थानों में रोड सेफ्टी क्लब*
बैठक में जिला के स्कूलों और महाविद्यालयों में रोड सेफ्टी क्लबों का गठन करने चर्चा की गयी, ताकि युवाओं में प्रारंभ से ही ट्रैफिक नियमों के पालन की आदत डाली जा सके और वे सड़क सुरक्षा के प्रति सजग नागरिक बनें।
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