लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने मंगलवार तड़के हुई भीषण वर्षा से प्रभावित मंडी शहर के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया। मुख्यमंत्री के निर्देश पर पहुंचे मंत्री ने वार्ड नंबर 5 स्थित जेल रोड व पैलेस क्षेत्र के साथ-साथ ज़ोनल अस्पताल मार्ग, कल्याण धाम, सैण मुहल्ला और अन्य प्रभावित स्थानों का स्थलीय निरीक्षण किया।

मंत्री ने इस दौरान प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उन्हें ढाढ़स बंधाया और हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इस प्राकृतिक आपदा में तीन लोगों की दुखद मृत्यु हुई है और 22 से 25 घरों को आंशिक अथवा पूर्ण रूप से नुकसान पहुंचा है। राज्य सरकार इस कठिन समय में प्रभावितों के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है।

उन्होंने बताया कि राहत और पुनर्वास कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं। भूस्खलन के कारण कई स्थानों पर भारी चट्टानें गिरने से रास्ते अवरुद्ध हो गए हैं, जिन्हें रोबो मशीन से कंट्रोल ब्लास्टिंग के माध्यम से हटाया जाएगा ताकि आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार अब आपदा पूर्व प्रबंधन को प्राथमिकता देगी। कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित अर्ली वार्निंग सिस्टम स्थापित करने के लिए केंद्र सरकार के सहयोग से एक व्यापक रोडमैप तैयार किया जाएगा, जिससे समय रहते आपदा की चेतावनी दी जा सके।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में सड़क निर्माण के दौरान अनियंत्रित कटिंग पर पूरी सख्ती बरती जाएगी और सतत विकास के सिद्धांतों पर आधारित नई नीतियां लागू की जाएंगी।
दौरे के दौरान विधायक अनिल शर्मा, जिला परिषद सदस्य चंपा ठाकुर, नगर निगम महापौर वीरेंद्र भट, उपायुक्त अपूर्व देवगन, पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा, एडीसी गुरसिमर सिंह, नगर निगम आयुक्त रोहित राठौर, एसडीएम रूपिंदर कौर सहित लोक निर्माण, जलशक्ति, विद्युत, वन तथा अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
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