किरण राही पधर/ (मंडी)।
भारी बारिस के बीच नारला, मोहड़धार, कुन्नू, गदयाड़ा, साहल, माणा, पिपली, पाली, द्रंग, भटोग, पाखरी, महेड़, टांडू, मैगल, बिजनी क्षेत्रों में जन जीवन अस्त व्यस्त दिखा। कस्बों से बहने वाले नाले उफान पर दिखे। रविवार रात को माणा गांव में बिजली का पोल गिरने से विद्युत आपूर्ती ठप हो गई। माणा सहित पिपली गांव की विद्युत आपूर्ती सोमवार को भी बहाल नहीं हो सकी। दर्जनों घर अभी भी अंधेरे में डूबे हुए हैं।
निर्माणाधीन फोरलेन के किनारे हुए लोगों के नुकसान का एसडीएम पधर सुरजीत सिंह ने सोमवार को जायजा लिया। उन्हांेने लोगों को राहत पहुंचाने के लिए मौका पर आवश्यक प्रबंध जुटाए। लोगों के हुए नुकसान की भरपाई को उन्होंने आवश्यक कदम भी उठाए। कुन्नू, साहल, माणा नाले के मुहाने बंद होने से नाले के पानी ने झील का रूप ले लिया।

निर्माणाधीन कंपनी ने ऐहतीयात के तौर पर रविवार रात और सोमवार सुबह आवश्यक कदम उठाते हुए पानी की निकासी को तत्काल प्रभाव से बहाल किया। साहल पुल के पास बनी झील से कंपनी के सामान को नुकसान हुआ है। फोरलेन पर यातायात सुचारू रूप से बहाल रहे को देखते हुए निर्माण कंपनी ने जगह जगह मशीनें तैनात कर रखी है।
पाली गांव में हेम सिंह ठाकुर, प्रवीण कुमार, द्रंग में मुरारी लाल के हुए नुकसान का एसडीएम पधर ने जायजा लिया। तीनों परिवारों को प्रशासन के माध्यम से राहत के कदम उठाए गए। पाली निवासी प्रवीण कुमार के परिवार को प्रशासन ने सुरक्षित स्थान को शिफट कर दिया है।

एसडीएम पधर सोमवार को लंबे अवकाश से लौटते ही प्रभावित लोगों के लिए राहत कार्य में जुट गए। उन्होंने फोरलेन के किनारे ल्हासे की चपेट में आए घरों को बचाने के लिए प्रशासन के माध्यम से तिरपाल जारी किए। क्षेत्र में बारिस का क्रम लगातार जारी है।
इस बीच एसडीएम पधर सुरजीत सिंह ने लोगों से सावधान और सुरक्षित रहने का आहवान किया है। उन्होंने प्रशासन की मदद के लिए तुरंत टोल फ्री नंबर पर सूचना देने की बात कही है।
फोटो कुन्नू नाला में रूके पानी से बनी झील।
साहल नाला में बनी झील को तोड़ती कंपनी की मशीनें।
फोटो साहल पुल के सामान को बाहर निकालते कंपनी के कर्मचारी।
Discover more from Newshimachal24
Subscribe to get the latest posts sent to your email.