कुल्लू,
अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव समिति के अध्यक्ष एवं विधायक कुल्लू सुंदर सिंह ठाकुर ने आज दिल्ली में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से भेंट कर उन्हें उत्सव में शामिल होने के लिए औपचारिक निमंत्रण दिया।सुंदर सिंह ठाकुर ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निमंत्रण स्वीकार करते हुए कहा कि कुल्लू दशहरा देव संस्कृति और लोक आस्था का अद्वितीय पर्व है, जो सम्पूर्ण विश्व में हिमाचल प्रदेश की पहचान के रूप में स्थापित है।
उन्होंने आश्वस्त किया कि राज्य सरकार उत्सव को भव्य, सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाने के लिए हर संभव सहयोग करेगी।
विधायक ने कहा कि इस वर्ष मानसून के दौरान हिमाचल प्रदेश विशेषकर जिला कुल्लू को भारी प्राकृतिक आपदा का सामना करना पड़ा। मुख्यमंत्री के गंभीर प्रयासों से राहत और पुनर्वास कार्य युद्धस्तर पर चलाए गए, जिससे जीवन पटरी पर लौट सका।
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय दशहरा का आयोजन “आपदा से उत्सव की ओर – कुल्लू दशहरा, उम्मीद की ज्योति” के रूप में लोगों को आगे बढ़ने को दिशा देगा। यह उत्सव आपदा प्रभावितों को समर्पित है।

उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव 2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर, 2025 तक ढालपुर मैदान, कुल्लू में आयोजित किया जाएगा और उत्सव के सफल आयोजन की तैयारियाँ पूर्ण कर ली गयी हैं। उन्होंने कहा कि उत्सव के दौरान देवी-देवताओं की शोभायात्राएँ, सांस्कृतिक संध्याएँ, स्थानीय कलाकारों के कार्यक्रम, प्रदर्शनी, व्यावसायिक मेले तथा देव समाज की परंपरागत रस्में मुख्य आकर्षण रहेंगी।
उत्सव समिति के अध्यक्ष ने बताया कि देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं के लिए व्यापक स्तर पर सुविधाएँ सुनिश्चित की जा रही हैं। विशेष रूप से यातायात प्रबंधन, सुरक्षा व्यवस्था, पेयजल व स्वच्छता पर प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा केवल सांस्कृतिक पर्व ही नहीं, बल्कि यह आपसी भाईचारे, शांति और समृद्धि का संदेश देने वाला उत्सव है, जो हिमाचल की देव संस्कृति की अनूठी झलक प्रस्तुत करता है।
Discover more from Newshimachal24
Subscribe to get the latest posts sent to your email.