जिला स्तरीय नार्को समन्वय समिति की बैठक आयोजित, नशे की रोकथाम को लेकर लिए ठोस निर्णय


ऊना,

जिले में नशीली दवाओं के दुरुपयोग और तस्करी पर प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित करने के मकसद से जिला स्तरीय नार्को समन्वय समिति (एनकॉर्ड) की बैठक गुरुवार को उपायुक्त ऊना जतिन लाल की अध्यक्षता में डीआरडीए सभागार में आयोजित की गई। बैठक में पुलिस अधीक्षक अमित यादव, उपमंडलाधिकारी, शिक्षा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। इस दौरान नशा नियंत्रण के विभिन्न पहलुओं पर गहन विचार-विमर्श किया गया।


नशे की मांग और आपूर्ति नियंत्रण पर जोर
उपायुक्त जतिन लाल ने कहा कि नशे की रोकथाम के लिए केवल आपूर्ति को रोकना ही नहीं, बल्कि मांग को भी कम करना अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए बहुआयामी प्रयास किए जाने होंगे जिसमें जन-जागरूकता और पुनर्वास को एक साथ जोड़ा जाए।


स्कूल एवं कॉलेजों का नियमित दौरा करने के निर्देश
उपायुक्त ने सभी उपमंडल अधिकारियों के साथ-साथ पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि उन्हें आबंटित किए गए स्कूलों और कॉलेजों का हर माह कम से कम दो बार दौरा करें। इन दौरों के दौरान वे छात्रों को नशीले पदार्थों के दुष्प्रभावों, एनडीपीएस अधिनियम के कानूनी प्रावधानों तथा स्वस्थ जीवन शैली के बारे में जागरूक करेंगे।


युवाओं में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने और नशा मुक्ति केंद्रों का निरीक्षण करने के निर्देश
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को युवाओं में मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं पर जागरूकता फैलाने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। इससे नशे की ओर झुकाव को रोका जा सकेगा। साथ ही जिला में संचालित नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्रों की कार्यप्रणाली की समीक्षा करने को कहा।

उपायुक्त ने कहा कि इन केंद्रों का नियमित निरीक्षण किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि वे निर्धारित मानकों के अनुरूप कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा पुनर्वास सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाने हेतु भी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।


दवा विक्रेताओं के स्टॉक चैक करने के निर्देश
उपायुक्त ने जिले में कार्यरत दवा विक्रेताओं की नियमित जांच करने को कहा ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कोई भी नशीली दवा अवैध रूप से न बेची जा रही हो।


उपायुक्त जतिन लाल ने उपस्थित सभी विभागों के अधिकारियों से आह्वान किया कि वे नशे के खिलाफ इस लड़ाई को केवल प्रशासनिक दायरे तक सीमित न रखें, बल्कि समाज के प्रत्येक वर्ग विशेष रूप से युवाओं, शिक्षकों, अभिभावकों और स्वयंसेवी संस्थाओं को भी इसमें सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करें।


पुलिस अधीक्षक अमित यादव ने कहा कि पुलिस विभाग और जिला प्रशासन ऊना जिला को नशामुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए सभी आवश्यक कदम सख्ती से उठाए जाएंगे और इस दिशा में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।


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