प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना एवं मौसम आधारित फसल बीमा योजना के सफल क्रियान्वयन के उद्देश्य से कृषि विभाग द्वारा धर्मशाला में खरीफ 2025 फसल बीमा योजनाओं की जिला स्तरीय निगरानी समिति की बैठक आज शुक्रवार को आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता एडीएम काँगड़ा शिल्पी वेक्टा ने की।
एडीएम ने कहा कि इस खरीफ सीजन के लिए धान एवं मक्की की फसलों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में तथा गोभी, आलू और टमाटर की फसलों को मौसम आधारित फसल बीमा योजना में शामिल किया गया है। मक्की और धान के लिए क्षेमा जनरल इंश्योरेंस कंपनी तथा सब्जी फसलों के लिए एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड को बीमा प्रदाता नियुक्त किया गया है।
शिल्पी वेक्टा ने बताया कि किसानों को केवल 48 रुपये प्रति कनाल प्रीमियम देकर 2400 रुपये प्रति कनाल तक का बीमा कवरेज मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह योजना किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले फसल नुकसान की भरपाई के लिए एक प्रभावी सुरक्षा कवच प्रदान करती है। फसल बीमा कराने की अंतिम तिथि 15 जुलाई, 2025 निर्धारित की गई है।

उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष लगभग 4412 किसानों को 83.41 लाख रुपये का मुआवजा वितरित किया गया था तथा गेहूं की फसल के नुकसान का आंकलन कार्य भी प्रगति पर है।
एडीएम ने बताया कि किसान क्रेडिट कार्ड धारक ऋणी किसानों का बीमा स्वतः किया जाएगा जब तक वे बैंक को लिखित रूप से मना न करें। गैर ऋणी किसान लोक मित्र केंद्र, बैंक शाखा, अधिकृत एजेंट या पोर्टल के माध्यम से अपना बीमा करवा सकते हैं।
एडीएम ने किसानों से आग्रह किया कि वे 15 जुलाई से पहले फसल बीमा करवा लें ताकि संभावित प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान से राहत मिल सके। अधिक जानकारी हेतु किसान अपने नजदीकी कृषि अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।
यह रहे उपस्थित
उप कृषि निदेशक डॉ. कुलदीप धीमान, अग्रणी बैंक प्रबंधक एकता शर्मा, जिला राजस्व अधिकारी कार्यालय से विमला, कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक से सुमित मनकोटिया, क्षेमा जनरल इंश्योरेंस कंपनी से अरुण कुमार तथा एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ इंडिया से नीरज कुमार बैठक में उपस्थित रहे।
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