बिलासपुर,
अतिरिक्त उपायुक्त बिलासपुर ओम कांत ठाकुर ने कहा कि जिला में सभी बैंक ऋण जमा अनुपात को बढ़ाने के लिए गंभीरता से प्रयास करें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय व राज्य स्तर के मुकाबले जिला का ऋण जमा अनुपात बेहद कम है जिसे बढ़ाने के लिए सभी बैंकों को मिलकर कार्य करने पर बल दिया। अतिरिक्त उपायुक्त आज बचत भवन में जिला अग्रणी बैंक (यूको बैंक) की जिला स्तरीय समीक्षा समिति तथा जिला समन्वय समिति बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
ओम कांत ठाकुर ने बैंक अधिकारियों से विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं तथा किसानों, मछुआरों, स्वयं सहायता समूहों इत्यादि को बैकों से जोड़ने तथा ऋण प्रक्रिया में शामिल करने के लिए ग्रामीण स्तर पर लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि समाज के ऐसे बहुत से जरूरतमंद एवं पात्र लोग हैं जो बैंकों के माध्यम से दी जाने वाली विभिन्न सुविधाओं का जानकारी के अभाव में लाभ नहीं उठा पाते हैं।

इसके अलावा सरकार के माध्यम से क्रियान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं से ज्यादा से ज्यादा पात्र लाभार्थियों को भी जोड़ने पर बल दिया ताकि धरातल पर सरकार की ओर से क्रियान्वित की जा रही योजनाओं का लाभ पात्रों तक आसानी से पहुंच सके। उन्होंने कृषि, ग्रामीण विकास, उद्योग विभाग के माध्यम से चलाई जा रही योजनाओं से ज्यादा से ज्यादा पात्र लाभार्थियों को जोड़ने पर भी बल दिया।
उन्होंने बैंकों से अपेक्षा करते हुए कहा कि वह जिला के आर्थिक विकास में अपना दायित्व बखूबी निभाते हुए अधिक से अधिक ऋण प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्रों को प्रदान करें, जिससे लोगों के आर्थिक स्तर को ऊंचा उठाया जा सके। उन्होंने इस संबंध में बैंकों से व्यापक जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने पर भी बल दिया।
बैठक में जिला में कार्यरत सभी बैंकों द्वारा लागू की जा रही गरीबी उन्मूलन योजनाओं की प्रगति तथा वार्षिक ऋण योजना 2025-26 में जून 2025 तक के लक्ष्यों और उपलब्धियों की विस्तारपूर्वक समीक्षा की गई।
इससे पहले बैठक का संचालन करते हुए अग्रणी जिला प्रबंधक यूको बैंक बिलासपुर चंद्रशेखर यादव ने बताया कि 01 अप्रैल 2025 से 30 जून 2025 तक की पहली तिमाही में जिला बिलासपुर का वार्षिक ऋण लक्ष्य 442.70 करोड़ रुपये निर्धारित था, जिसके विरुद्ध बैंकों ने 600.49 करोड़ रुपये का ऋण वितरित कर 135.64 प्रतिशत की दर से लक्ष्य को प्राप्त किया है। जिसमें प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र में 100.90 प्रतिशत की दर से और गैर-प्राथमिकता क्षेत्र में 442.70 प्रतिशत की दर से लक्ष्य प्राप्ति की है।

उन्होंने बताया कि कृषि क्षेत्र में 162.53 करोड़ रुपये, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र में 226.21 करोड़ रुपये तथा अन्य प्राथमिक क्षेत्र में 23.18 करोड़ रुपये के ऋण वितरित किए हैं। किसान क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2025-26 की जून तिमाही तक कुल 7 हजार 99 कार्ड जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि 30 जून 2025 तक जिला का कुल बैंकिंग व्यवसाय 12,479.21 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
बैठक में ऋण-जमा अनुपात, प्रधानमंत्री जनधन से जन सुरक्षा अभियान, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और अटल पेंशन योजना सहित विभिन्न वित्तीय समावेशन योजनाओं पर भी विस्तृत चर्चा हुई।बैठक में अग्रणी जिला प्रबंधक यूको बैंक बिलासपुर चंद्रशेखर यादव, आरबीआई शिमला के प्रबंधक आशीष सांगड़ा, नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक नरेश कुमार, विभिन्न विभागों के अधिकारी, कॉरपोरेशन एवं विकास प्राधिकरण के प्रतिनिधि तथा बैंक अधिकारी उपस्थित रहे।
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