उपायुक्त अपूर्व देवगन ने आज मंडी जिला के आपदा प्रभावित क्षेत्र थुनाग के दूरदराज गांवों में पैदल पहुंचकर राहत एवं पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने ग्रामीण विकास, राजस्व व अन्य विभागों को मौके पर ही आवश्यक निर्देश भी दिए। शुक्रवार प्रातः लगभग साढ़े आठ बजे उपायुक्त ग्राम पंचायत मुरहाग के लिए रवाना हुए।
उन्होंने अधिकांश रास्ता पैदल ही तय किया। इस दौरान सुराह, खुनागी इत्यादि आपदा प्रभावित गांवों में पहुंचकर वहां चल रहे राहत एवं पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लिया। इस क्षेत्र में आपदा से 22 मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं जबकि 23 गौशालाएं, 17 पॉली हाऊस तथा 15 पशुधन का नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि इन क्षेत्रों में फौरी राहत के तौर पर 1.70 लाख रुपए की राशि वितरित की गई है।

प्रभावित लोगों को राशन सामग्री, तिरपाल, सोलर लाईट सहित अन्य आवश्यक सामान उपलब्ध करवाया गया है। उन्होंने प्रभावित लोगों से संवाद कर आश्वस्त किया कि प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन प्रत्येक प्रभावित तक राहत पहुंचाने के लिए कृतसंकल्प है।
उपायुक्त ने बताया कि ग्रामीण सम्पर्क को बहाल करने पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। मुरहाग पंचायत में मनरेगा के तहत 6.91 करोड़ रुपए लागत के 315 कार्यों के अतिरिक्त सेल्फ स्वीकृत किए गए हैं। इनमें 38 पैदल पुल, 10 लकड़ी के छोटे पुल, सामुदायिक सुरक्षा दीवारों से संबंधित व अन्य कार्य शामिल हैं तथा अधिकांश पर कार्य शुरू कर दिया गया है।

लोक निर्माण विभाग व पंचायतों के माध्यम से भी सम्पर्क सड़कों को बहाल करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आपात स्थितियों में बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के दृष्टिगत डीजी सेट उपलब्ध करवाया गया है ताकि लोग अपने मोबाइल इत्यादि भी चार्ज कर सकें। कमराड़ गांव के लिए सोलर मोबाइल स्टेशन उपलब्ध करवाया गया है।
उपायुक्त ने मौके पर ही ग्रामीण विकास, राजस्व सहित संबंधित विभागों के अधिकारियों साथ राहत एवं पुनर्निर्माण कार्यों को गति प्रदान करने के दृष्टिगत चर्चा भी की। इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी गोपी चंद पाठक, विकास खंड अधिकारी, अन्य राजस्व अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित थे।
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