उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने आज ज़िला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय भीड़ प्रबंधन कार्यशाला के समापन सत्र की अध्यक्षता की।भारतीय सेना से सेवानिवृत अधिकारी कर्नल वीएन सुपनेकर ने विभिन्न विभागीय 65 कर्मचारियों को तीन दिवसीय कार्यशाला के दौरान आपदा की स्थिति में प्रभावी भीड़ नियंत्रण एव्ं प्रबंधन से संबंधित आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान किया।
मुकेश रेपसवाल ने कार्यशाला में विभागीय कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि ज़िला चंबा प्राकृतिक आपदाओं की दृष्टि से अति संवेदनशील श्रेणी में शामिल है। ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों का स्पष्ट उद्देश्य आपदा प्रबंधन से जुड़े सभी हितधारकों को व्यावहारिक एवं तकनीकी प्रशिक्षण उपलब्ध करवाना है।

उपायुक्त ने यह भी उल्लेख किया कि ज़िला चंबा में अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेला तथा विश्व प्रसिद्ध श्री मणिमहेश यात्रा जैसे दो प्रमुख आयोजन मानसून सीजन के दौरान ही संपन्न होते हैं। ऐसे में भीड़ नियंत्रण एवं आपदा प्रबंधन की दृष्टि से समन्वित प्रयास महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

मुकेश रेपसवाल ने कहा कि प्रत्येक क्षेत्र में सुधार की संभावनाएं सदैव बनी रहती हैं। उन्होंने ज़िला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तहत ज़िला आपातकालीन परिचालन केंद्र के समन्वयक को निर्देश दिए कि प्रशिक्षण कार्यशाला के दौरान विभागीय कर्मियों के तीन दलों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मिंजर मेले से संबंधित ऐतिहासिक चंबा चौगान में आपदा की स्थिति में प्रभावी भीड़ प्रबंधन के लिए तैयार किए गए मॉडल चार्ट का विस्तृत अध्ययन कर आवश्यक सुझावों को आपदा प्रबंधन योजना का हिस्सा बनाया जाए।

उन्होंने विभागीय कर्मियों को अंतर्राष्ट्रीय मिंजर मेला तथा श्री मणिमहेश यात्रा के आयोजन के दौरान अपने विभागों से संबंधित दायित्वों के सफल निर्वहन में प्रशिक्षण कार्यशाला में अर्जित अनुभव एवं ज्ञान का व्यवहारिक स्तर पर पूर्ण उपयोग सुनिश्चित बनाने के भी निर्देश दिए ।
इससे पहले उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने भारतीय सेना से सेवानिवृत अधिकारी कर्नल वीएन सुपनेकर को शाल-टोपी एवं ज़िला की उत्कृष्ट धातु-शिल्प कलाकृति चंबा थाल भेंट कर सम्मानित भी किया।कार्यशाला में विभिन्न विभागीय कर्मियों सहित ज़िला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारी-कर्मचारी भी उपस्थित रहे
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