घुमारवीं
हिमाचल में जॉब ट्रेनिंग की पॉलिसी को लेकर आम आदमी पार्टी ने सुक्खू सरकार पर निशाना साधा है ।आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता बलदेव राज ने बयान जारी करते हुए कहा कि हिमाचल सरकार द्वारा जॉब ट्रेनिंग की पॉलिसी को लेकर आम आदमी पार्टी हमलावर हो गई है और सरकार पर प्रदेश की युवाओं को ठगने के आरोपों पर लगाए जा रहे हैं.।
बलदेव ने जॉब ट्रेनी मामले पर कांग्रेस सरकार को घेरते हुए कहा, “यह हिमाचल प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को ठगने का एक नया जाल है, नौकरियों का मुद्दा ना उठे इसके लिए यह सरकार के लिए एक साल का जीवनदान है.। कांग्रेस सरकार केवल युवाओं को ठगने और शोषित करने का काम करती है।. लोकतंत्र और जनतंत्र के इतिहास में शायद कांग्रेस जैसी सरकार ना कभी पहले आई और ना आएगी.। पहले यह एक फैसला लेती ही नहीं है और जो फैसला लेती है वह जन विरोधी होता है.”।
बलदेव ने कहा कि यह सरकार नए-नए शब्दों का प्रयोग करती है और युवाओं को ठगती है।. वर्तमान जॉब ट्रेनिंग पॉलिसी के तहत पहले लगने के लिए एग्जाम देंगे फिर 2 साल बाद फिर एग्जाम देंगे.। अनुबंध पर नियुक्ति प्रक्रिया को समाप्त कर दिया. ।इन कर्मचारियों को ना हिम केयर एवं आयुष्मान भारत का लाभ मिलेगा और ना मेडिकल बिल क्लियर होंगे और इन कर्मचारियों की नियुक्ति कौन करेगा वह भी अभी तक क्लियर नहीं है. ।इस पॉलिसी को कामयाब बनाने के लिए प्रदेश सरकार के पास कोई भी फार्मूला नहीं है,। यह केवल मात्र युवाओं के साथ एक मजाक है.।

बलदेव ने कहा कि जॉब ट्रेनी नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने ऐसा करके प्रदेश के युवाओं के साथ भद्दा मज़ाक करने का दुसाहस किया है.। उन्होंने कहा कि पिछले ढाई सालों से प्रदेश की नौजवान पीढ़ी इसी आस में दिन रात मेहनत कर रही है कि कब प्रदेश सरकार कोई नौकरियां निकाले और वे उसके लिए आवेदन करें, लेकिन सरकारी नौकरी तो दूर की बात नई पॉलिसी लाकर सरकार ने बेरोजगारों के सपनों पर पानी फेर दिया है.।
पहले तो युवा दिन रात मेहनत करके अपना चयन करवाएंगे, उसके बाद भी इसमें पक्की नौकरी की सरकार ने कोई गारंटी नहीं दी है.। दो साल की ट्रेनिंग करने के बाद चयनित अभियार्थिओं को फिर से परीक्षा देना खुद में ही हास्यास्पद विषय है. सरकार स्पष्ट करे जब सरकार के पास खुद के इतने विभाग हैं तो फिर चयन प्रक्रिया का काम किसी एजेंसी से करवाने की क्या जरूरत है या सिर्फ यहां अपने निजी स्वार्थ के लिए और अपने मित्रों को लाभ देने के लिए निजी एजेंसियों को काम सौंप कर अपने लोगों को फायदा पहुंचाना है.”।
बलदेव ने कहा कि कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी के वीडियो का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस ने सत्ता हासिल करने के लिए युवाओं के लिए एक जाल बिछाया था. प्रियंका गांधी, राजीव शुक्ला, भूपेश बघेल, सुखविंदर सिंह सुक्खू, मुकेश अग्निहोत्री एवं समस्त नेताओं ने प्रदेश की गली कूचे में जा कर कहा था कि प्रदेश में 63000 पद खाली पड़े हैं और हम सत्ता में आते ही 37000 नए पदों का सृजन करेंगे.। इसी के साथ पहली कैबिनेट में आते ही एक लाख पक्की नौकरियां देंगे. वो भी 58 साल वाली मतलब ना आउटसोर्स ना कॉन्ट्रैक्ट पर 58 साल वाली पक्की नौकरी.।
कांग्रेस राज में केवल मित्रों को नौकरियां’
बलदेव ने कहा कि कांग्रेस की वर्तमान सरकार में केवल मित्रों को नौकरियां दी जा रही है और किसी को भी नौकरी नहीं दी गई है. वन मित्र, पशु मित्र, चिकित्सक मित्र, मुख्यमंत्री मित्रों जैसे शब्द हिमाचल प्रदेश में प्रचलित और प्रसिद्ध है, और ऐसे ही लोगों को नौकरियां देने का काम चल रहा है. हिमाचल प्रदेश की लाइब्रेरी में अनेकों युवा एग्जाम की तैयारी करते हैं पर अगर एग्जाम आते हैं तो वह रद्द हो जाते हैं या उनका परिणाम रुक जाता है. उन्होंने कहा कि हम याद दिलाना चाहेंगे कि यह वही सरकार है, जिन्होंने नौकरी देने वाले संस्थान बंद कर दिए और एक ही अधिसूचना से हिमाचल प्रदेश के 1.50 लाख पदों को समाप्त कर दिया, रोजगार के अवसर एवं साधन भी समाप्त कर दिए, ना आउटसोर्स पॉलिसी बनी और ना नौकरी देने का कोई रास्ता खुला.।
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