इस दौरान, मुख्यमंत्री ने डेयरी सहकारी समितियों का गठन मिशन मोड में करने के निर्देश दिए। ये समितियाँ डेयरी क्षेत्र में युवाओं को रोज़गार एवं स्वरोज़गार के अवसर प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगी।इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने कांगड़ा ज़िला में निर्माणाधीन ढगवार दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र की समीक्षा की।मुख्यमंत्री ने संयंत्र के कार्य की प्रगति की निगरानी हेतु एक समिति गठित करने के निर्देश भी दिए।

साथ ही, उन्होंने मिल्कफेड को निर्देश दिए कि वह पहाड़ी गाय के दूध से बने हिम-घी ब्रांड को प्रोत्साहित करे, ताकि किसानों को लाभकारी मूल्य मिल सके।इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार, विधायक चंद्रशेखर, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार राम सुभग सिंह, प्रधान सचिव (वित्त) देवेश कुमार, सचिव (पशुपालन) रितेश चौहान, निदेशक (पशुपालन) डॉ. संजीव धीमान, प्रबंध निदेशक (मिल्कफेड) विकास सूद और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।