उपायुक्त अमरजीत सिंह ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे जिला सुशासन सूचकांक यानि डिस्ट्रिक्ट गुड गवर्नेंस इंडेक्स (डीजीजीआई) में जिला हमीरपुर को मिलने वाली पुरस्कार राशि का उपयोग विभिन्न सेवाओं और सांख्यिकीय गतिविधियों के सुदृढ़ीकरण पर करें, ताकि आम लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो सकें और डीजीजीआई में जिला का प्रदर्शन और बेहतर हो सके। वीरवार को यहां डीजीजीआई की पुरस्कार राशि से प्रस्तावित कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ने ये निर्देश दिए।
उपायुक्त ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए जिला को 35 लाख रुपये का द्वितीय पुरस्कार और वर्ष 2023-24 में 25 लाख रुपये का तृतीय पुरस्कार मिला था। इनमें से जिला को अभी तक दो किश्तों में 26.25 लाख रुपये की राशि प्राप्त हो गई है। यह राशि विभिन्न विभागों की ओर से प्राप्त प्रस्तावों के आधार पर आवंटित की जाएगी।

विभिन्न विभागों के प्रस्तावों की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने कहा कि पुरस्कार राशि के व्यय के लिए आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सभी अधिकारी इन दिशा-निर्देशों के अनुसार ही प्रस्ताव तैयार करें और पूर्व में तैयार किए गए प्रस्तावों में भी आवश्यकतानुसार संशोधन करके इन्हें 23 जून तक जिला सांख्यिकीय अधिकारी कार्यालय को प्रेषित करें।
बैठक में पुरस्कार राशि के व्यय से संबंधित अन्य मुद्दों पर भी विस्तृत चर्चा की गई। इस अवसर पर जिला सांख्यिकीय अधिकारी अशोक कुमार ने आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के दिशा-निर्देशों और अन्य मुद्दों की विस्तृत जानकारी दी।
बैठक में सहायक आयुक्त अपराजिता चंदेल, विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो की एएसपी रेणु शर्मा, डीएसपी हरीश गुलेरिया, डीआरडीए की परियोजना अधिकारी अस्मिता ठाकुर, उद्यान विभाग के उपनिदेशक राजेश्वर परमार, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) और अन्य विभागों के अधिकारियों ने भी अपने-अपने कार्यालयों के लिए प्रस्तावित कार्यों का ब्यौरा प्रस्तुत किया।
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