हिमाचल प्रदेश वन अकादमी सुन्दरनगर में हिमाचल प्रदेश वन पारिस्थितिकी तंत्र जलवायु अनुकूलन परियोजना (के.एफ.डब्ल्यू) के तहत जिला कांगड़ा और चंबा को विभिन्न डी.पी.एम.यु. के 305 प्रतिभागियों के लिए निकास रणनीतियों पर पांच बैच को चार दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया गया। पहले बैच का प्रशिक्षण 19 मई को आरम्भ हुआ था तथा इसी कड़ी में अंतिम पांचवें बैच का प्रशिक्षण वीरवार 19 जून को सम्पन्न हुआ।

इस प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को विभिन्न विषयों पर जानकारी प्रदान की गई जिसमें स्थाई आजीविका के अवसर, स्वयं सहायता समुहों का सुदृढ़ीकरण, संयुक्त वन प्रबन्धन समितियों की वन अग्नि प्रबन्धन तथा वन संसाधनों के संरक्षण में भूमिका व जिम्मेदारियां आदि प्रमुख रुप से शामिल रहे।
एक्सपोजर विजिट के लिए प्रतिभागियों को सुकेत व वन्य जीव वन मण्डल कुल्लू तथा पार्वती वन मंडल का दौऱा करवाया गया जहां उन्हें जायका परियोजना के अन्तर्गत बनाए गए स्वयं सहायता समुह की कार्य प्रणाली, लेखा दस्तावेजों का कार्य प्रबन्धन और आजिविका सृजन गतिविधियों के बारे में जानकारी प्रदान की गई।

प्रशिक्षण के दौरान अकादमी के निदेशक सुभाष चन्द पराशर भारतीय वन सेवा, संयुक्त निदेशक तिलक राज शर्मा भारतीय वन सेवा, उपनिदेशक पीयूष शर्मा, देवेंद्र सिंह डोगरा, प्रशिक्षक बेसरी शर्मा व अन्य विशेष रुप से उपस्थित रहे।