हमीरपुर
जिला स्तरीय समीक्षा समिति एवं बैंक सलाहकार समिति की बैठक वीरवार को यहां हमीर भवन में उपायुक्त अमरजीत सिंह की अध्यक्षता मंे आयोजित की गई। इस बैठक में 30 सितंबर को समाप्त हुई चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही की उपलब्धियों की समीक्षा की गई।

इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2025-26 के दौरान जिला में कुल 2282.16 करोड़ रुपये के ऋण आवंटन का लक्ष्य रखा गया है और दूसरी तिमाही की समाप्ति यानि 30 सितंबर तक जिला में 1027 करोड़ रुपये के ऋण आवंटित किए जा चुके हैं। 2025-26 की वार्षिक ऋण योजना का 45 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया गया है।
उन्होंने बताया कि दूसरी तिमाही में सभी बैंकों की जमा राशि 17200.26 करोड़ रुपये रही। दूसरी तिमाही के अंत तक जिला के बैंकों के 3985.66 करोड़ के ऋण थे। सभी बैंकों का ऋण एवं जमा राशि का अनुपात यानि सीडी रेशो 23.17 प्रतिशत रहा।
उपायुक्त ने कहा कि सीडी रेशो में अभी भी काफी सुधार की आवश्यकता है।
इसके लिए सभी बैंकों के अधिकारी विशेष प्रयास करें तथा लोगों को अधिक से अधिक ऋण आवंटित करें। उन्होंने कहा कि सरकार की विभिन्न सब्सिडी योजनाओं के लाभार्थियों को ऋण आवंटन में देरी नहीं होनी चाहिए। आम लोगों को विभिन्न बीमा और पेंशन योजनाओं से भी अवगत करवाया जाना चाहिए, ताकि वे इनका लाभ उठा सकें।

बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक के एलडीओ आशीष सांगड़ा ने भी सभी बैंकों के अधिकारियों से कहा कि वे विभागीय अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करके अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करें। उन्होंने ‘आपकी पूंजी, आपका अधिकार’ अभियान में बैंकों की भागीदारी बढ़ाने पर भी बल दिया।
इस अवसर पर मुख्य अग्रणी जिला प्रबंधक धर्मेंद्र स्याल ने दूसरी तिमाही की उपलब्धियों की विस्तृत जानकारी दी। जबकि, पंजाब नेशनल बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) के निदेशक अजय कतना ने संस्थान की गतिविधियों के बारे में बताया।
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