राज्य सरकार के प्रभावी कदमों से आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बन कर उभरा करसोग अस्पताल                        विशेषज्ञ डॉक्टरों सहित गंभीर मरीजों के लिए अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध


लोगों को घर-द्वार के समीप बेहतर और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने उद्देश्य से राज्य सरकार अनेक सुधारात्मक कदम उठा रही रही है। इसी के दृष्टिगत मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू की पहल पर राज्य सरकार ने आदर्श स्वास्थ्य संस्थान योजना शुरू की है।


इस योजना के तहत प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में एक-एक स्वास्थ्य संस्थान को आदर्श स्वास्थ्य संस्थान के रूप में विकसित किया जा रहा है। मंडी जिला में भी योजना के अंतर्गत सभी विधानसभा क्षेत्रों में एक-एक आदर्श स्वास्थ्य संस्थान स्थापित कर वहां पर 6 विशेषज्ञ चिकित्सकों सहित अन्य उच्च स्तरीय गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं।


मंडी जिला मुख्यालय और राजधानी शिमला से लगभग 120 किलोमीटर दूर स्थित सिविल अस्पताल करसोग में भी मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू की व्यवस्था परिवर्तन की पहल और आदर्श स्वास्थ्य संस्थान योजना के अंतर्गत अनेक सुधारात्मक कदम उठाए गए हैं। अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की गई है।

इनमें स्त्री रोग, हड्डी रोग, सर्जन, शिशु रोग, दंत चिकित्सा सहित अन्य विशेषज्ञ चिकित्सक और मेडिकल ऑफिसर्स अस्पताल में सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। हाल ही में यहां रेडियोलॉजिस्ट की भी नियुक्ति की गई है। इससे अब करसोग और आसपास के हजारों मरीजों को उपचार के लिए बड़े शहरों की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।
मरीजों को जांच व उपचार की बेहतर सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से अस्पताल में एक नई एक्स-रे मशीन भी उपलब्ध करवाई गई है। इसके अतिरिक्त जल्द ही सीटी स्कैन मशीन भी लगाई जा रही है, जिसकी प्रक्रिया जारी है।


अस्पताल की ओपीडी व्यवस्था में भी बदलाव देखने को मिला है। पहले जहां मरीजों को लाइनों में लंबा इंतजार करना पड़ता था, वहीं अब अस्पताल प्रशासन ने टोकन सिस्टम लागू किया है। इस व्यवस्था से मरीजों को भीड़-भाड़ और अव्यवस्था से निजात मिली है। आपात सेवाओं के लिए भी अलग से पंजीकरण व्यवस्था की गई है। इससे गंभीर मरीजों का तुरंत रजिस्ट्रेशन और इलाज सुनिश्चित हो पा रहा है।


वेंटिलेटर की सुविधा शुरू
नागरिक चिकित्सालय करसोग में गंभीर मरीजों के लिए वेंटिलेटर की सुविधा भी प्रदान कर दी गई है। इसके लिए अस्पताल के आईसीयू में आधुनिक बिस्तरों वाला अलग वार्ड भी बनाया गया है। इसके संचालन के लिए एक डॉक्टर और दो स्टाफ नर्स को आईजीएमसी शिमला के आईसीयू में तीन दिन की वेंटिलेटर का विशेष प्रशिक्षण भी करवाया गया है।


हेल्थ बुलेटिनः एक नई पारदर्शिता
एक और पहल नागरिक अस्पताल को आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बनाती है। अस्पताल की ओर से अब प्रतिदिन सायं हेल्थ बुलेटिन जारी किया जाता है। इसमें ओपीडी, आईपीडी, इमरजेंसी, ऑपरेशन थियेटर की गतिविधियों के साथ-साथ दिनभर के फील्ड कार्यक्रमों और अगले दिन की योजनाओं की जानकारी आमजन के साथ साझा की जाती है। इस पारदर्शी व्यवस्था से लोगों को समय पूर्व ही उनके क्षेत्र में होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी मिल जाती है।


राज्य सरकार के निर्देशानुसार अस्पताल प्रशासन केवल इलाज तक ही सीमित नहीं है, बल्कि लोगों को जागरूक करने की दिशा में भी विशेष बल दिया जा रहा है। प्रतिदिन किसी न किसी विषय पर फील्ड में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इनमें एचआईवी, क्षय रोग, मौसमी बीमारियों और अन्य जन स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर जानकारी प्रदान की जाती है। इस कदम से न केवल लोग जागरूक हो रहे हैं बल्कि रोगों की रोकथाम में भी मदद मिल रही है।


अस्पताल में कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए भी नियमित स्वास्थ्य जांच कार्यक्रम शुरू किया गया है। इस पहल का उद्देश्य है कि जो लोग जनता को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं, वे स्वयं भी स्वस्थ रहें ताकि और बेहतर ढंग से वे अपनी सेवाएं प्रदान कर सकें।


खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. गोपाल चौहान का कहना है कि राज्य सरकार के व्यवस्था परिवर्तन के संकल्प और दिशा-निर्देश में अस्पताल में अनेक प्रभावी कदम उठाए गए हैं। राज्य सरकार द्वारा अस्पताल में उपलब्ध करवाई गई नई सुविधाओं से न केवल मरीजों को बेहतर व उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही हैं, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं में भरोसा और पारदर्शिता भी बढ़ी है।


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