उपमण्डलाधिकारी अर्की निशांत तोमर ने कहा कि अम्बुजा सीमेंट कम्पनी दाड़लाघाट को निर्देश दिए गए हैं कि उपमण्डल के संघोई, घुमारों व मांगू गांव के प्रभावितों को पुनर्वास एवं पुर्नस्थापन समझौते के तहत प्रतिबद्ध देनदारियां निर्धारित समयावधि में प्रदान की जाएं।
उपमण्डलाधिकारी गत सांय इन गांव के प्रभावितों के साथ आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में अम्बुजा सीमेंट कम्पनी के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। निशांत तोमर ने कहा कि बैठक में कम्पनी के प्रतिनिधियों ने आश्वस्त किया कि प्रतिबद्ध देनदारियां शीघ्र प्रदान की जाएंगी। उन्होंने इन गांवों के ऐसे प्रभावितों की सूची उपलब्ध करवाने का आग्रह किया जिन्हें अभी तक प्रतिबद्ध देनदारियां नहीं दी गई हैं।
उपमण्डलाधिकारी ने बैठक में नायब तहसीलदार दाड़लाघाट को निर्देश दिए कि ऐसे प्रभावितों की सूची तैयार की जाए जिनके घर व भूमि अधिग्रहित हुई है और जिन्हें अभी तक प्रतिबद्ध मुआवज़ा प्राप्त नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि यह सूची कम्पनी को दी जाएगी ताकि इस पर शीघ्र कार्यवाही की जा सके।
बैठक में एक समिति गठित करने का निर्णय भी लिया गया। यह समिति अम्बुजा सीमेंट दाड़लाघाट द्वारा की जा रही ब्लास्टिंग के कारण प्रभावितों को होने वाले नुकसान की समीक्षा करेगी। समिति में राजस्व, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों सहित सम्बन्धित ग्राम पंचायतों के प्रधान एवं वार्ड सदस्य सम्मिलित होंगे।

निशांत तोमर ने कहा कि बैठक में प्रभावित गांव के ग्रामीणों ने सम्पर्क मार्ग के कार्य को शीघ्र पूरा करने की मांग की। उन्होंने कहा कि अम्बुजा सीमेंट कम्पनी के प्रतिनिधियों ने इस सम्बन्ध में शीघ्र कार्यवाही का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि सम्बन्धित ग्राम पंचायतों के प्रभावितों द्वारा अवगत करवाया गया कि सम्पर्क मार्ग की उचित देख-रेख एवं मुरम्मत न होने के कारण बारिश के समय पानी खेत व घरों में नुकसान पहुंचा रहा है। इस सम्पर्क मार्ग की मुरम्मत एवं देख-रेख का उत्तरदायित्व कम्पनी का है।
उपमण्डलाधिकारी ने इस सम्बन्ध में कम्पनी प्रतिनिधियों को शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कम्पनी द्वारा इस समस्या का शीघ्र निदान करने का आश्वासन दिया गया है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में ब्लास्टिंग के कारण धूल इत्यादि से होने वाले प्रदूषण से बचाव के लिए कम्पनी को नियमित जल छिड़काव के निर्देश भी दिए गए हैं।
निशांत तोमर ने कहा कि बैठक में सम्बन्धित ग्राम वासियों एवं कम्पनी प्रतिनिधियों के साथ विभिन्न मामलों पर सारगर्भित चर्चा की गई। अधिग्रहित भूमि के मालिकों द्वारा प्रदेश सरकार की योजना अनुसार उनके परिजनों को रोज़गार का मामला भी उठाया गया।
उन्होंने कहा कि सभी मामलों को निर्धारित समयावधि में सुलझाने का निर्णय लिया गया। ग्राम वासियों एवं कम्पनी प्रतिनिधियों ने इस सम्बन्ध में आगामी बैठक में मामले सुलझाने पर सहमति जताई।
निशांत तोमर ने कहा कि शीघ्र ही विभिन्न निर्णयों की प्रगति एवं किए गए कार्यों की समीक्षा के लिए एक बैठक आयोजित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि स्थानीय विधायक संजय अवस्थी विभिन्न समस्याओं को समयबद्ध सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनके निर्देशानुसार उपमण्डल प्रशासन यह सुनिश्चित बना रहा है कि उपमण्डल के निवासियों को न केवल योजनाओं का लाभ समयबद्ध मिले अपितु उनकी समस्याओं का शीघ्र निदान भी हो।
Discover more from Newshimachal24
Subscribe to get the latest posts sent to your email.