मंडी
मंडी जिला में निर्माणाधीन हमीरपुर से मंडी वाया धर्मपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 70 की प्रगति और प्रभावित लोगों की शिकायतों के समाधान को लेकर आज मंडी में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में विधायक अनिल शर्मा, चन्द्रशेखर, दिलीप ठाकुर तथा उपायुक्त अपूर्व देवगन उपस्थित रहे, जबकि शिमला से आरओ मोर्थ ए.के.कुशवाहा ने वर्चुअली भाग लिया। बैठक में सड़क की गुणवत्ता, कटिंग से प्रभावित घरों की सुरक्षा तथा निर्माण कार्य में आ रही बाधाओं पर विस्तार से चर्चा हुई।
विधायकों की मांग पर 23, 24 और 25 नवम्बर को तीन चरणों में संयुक्त निरीक्षण करने का निर्णय लिया गया है। 23 नवम्बर को मंडी सदर विधानसभा क्षेत्र के तहत तल्याहड़ से सीहण तक, 24 नवम्बर को अवाहदेवी से पाड़छु तक और 25 नवम्बर को पाड़छु से सीहण तक निरीक्षण टीम सभी संवेदनशील स्थानों का जायजा लेगी। निरीक्षण में संबंधित विधायक, राजस्व, लोक निर्माण, जलशक्ति और बिजली बोर्ड के अधिकारी, मॉर्थ के अधिकारी और कंपनी के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे।

विधायकों ने बैठक में सड़क निर्आमाण के दौरान आर.ओ.डब्ल्यू के बाहर हुए घरों को नुकसान के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया। इस पर आरओ शिमला ने बताया कि कटिंग से घरों की सुरक्षा के लिए कंक्रीट ढंगे लगाने का प्रस्ताव दिल्ली भेजा जा चुका है और मंजूरी मिलते ही जरूरत वाले स्थानों पर ढंगे लगा दिए जाएंगे।
उपायुक्त अपूर्व देवगन ने मॉर्थ के अधिकारियों से कहा कि जिन घरों को तत्काल सुरक्षा दीवार लगाने की आवश्यकता है, वहां मोर्थ बिना समिति की संस्तुति की प्रतीक्षा किए अविलंब ढंगे लगाए। समिति केवल क्षतिग्रस्त घरों के मुआवजा के मामलों की जांच और अनुशंसा के लिए गठित की गई है।
बैठक में एडीएम डॉ. मदन कुमार, मंडी सदर, कोटली, सरकाघाट और धर्मपुर क्षेत्रों के एसडीएम, लोक निर्माण, जलशक्ति और बिजली बोर्ड के अधिकारी, परियोजना निदेशक शिमला रोमी धनखड़ तथा मॉर्थ के अधिकारी उपस्थित रहे।
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