जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) हमीरपुर ने मंगलवार को यहां हमीर भवन में 108 एम्बुलेंस सेवा और मेडस्वान फाउंडेशन, सोलन के सहयोग से परिवहन अधिकारियों, बस चालकों और परिचालकों के लिए प्राथमिक उपचार विधियों पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम सड़क दुर्घटनाओं और आपात स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

कार्यशाला के दौरान मेडस्वान फाउंडेशन के प्रमाणित प्रशिक्षकों ने प्रतिभागियों को सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन), रक्तस्राव नियंत्रण, फ्रैक्चर प्रबंधन तथा अचेत व्यक्ति को संभालने जैसी आवश्यक प्राथमिक चिकित्सा विधियों की व्यावहारिक जानकारी प्रदान की।

इस अवसर पर डीडीएमए हमीरपुर के अधिकारियों ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं के समय फर्स्ट रिस्पांडर यानि सबसे पहले प्रतिक्रिया देने वालों के रूप में चालकों और परिचालकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। समय पर और सही प्राथमिक उपचार से न केवल किसी व्यक्ति का अनमोल जीवन बचाया जा सकता है, बल्कि गंभीर जटिलताओं से भी बचा जा सकता है।
इस कार्यशाला में 40 से अधिक चालकों, परिचालकों एवं परिवहन विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया। प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण की व्यावहारिक शैली की सराहना की और भविष्य में आपात स्थितियों से बेहतर तरीके से निपटने का विश्वास व्यक्त किया।
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