विजय दिवस के अवसर पर कुल्लू में एक कार्यक्रम बहुउद्देश्यीय भवन में आयोजित किया गया, जिसमें 1971 के भारत -पाक युद्ध में शहीद हुए भारतीय सेना के जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता उपायुक्त कुल्लू श्रीमती तोरुल एस. रवीश ने की। कार्यक्रम में देशभक्ति की विचार अभिव्यक्तियों और पुष्पांजलि कार्यक्रम के माध्यम से वीरों, जवानों को श्रद्धांजलि दी गई।

उपायुक्त ने इस अवसर पर राष्ट्रभक्ति, कर्तव्य और मातृभूमि की एकता व अखंडता की रक्षा करने में सैन्य बलों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने वीर शहीदों के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि “भारतीय सेना के पराक्रम, शौर्य और साहस से देश के हर नागरिक को आत्मविश्वास और सुरक्षा का एहसास होता है। हमारे भूतपूर्व सैनिक हमेशा किसी भी परिस्थिति में राष्ट्र सेवा के लिए तत्पर रहते हैं और प्रशासन को निरंतर उनका सहयोग प्राप्त होता है।”

उपायुक्त ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन न केवल देश के वीर सपूतों को स्मरण करने का अवसर हैं, बल्कि युवा पीढ़ी को प्रेरित करने और देशभक्ति की भावना जागृत करने का माध्यम भी हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के सैनिकों की वीरता का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि इस वीर भूमि के जवानों ने हर अवसर पर अपनी बहादुरी का लोहा मनवाया है।

उपायुक्त ने यह भी जानकारी दी कि जिला में शहीद स्मारक का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है, और आगामी समय में जल्द ही इसका औपचारिक शुभारंभ किया जाएगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि सैनिकों तथा भूतपूर्व सैनिकों के सभी विभागों में पड़ने वाले कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर यथासंभव जल्दी निपटारा सुनिश्चित बनाया जाएगा।
जिला भूतपूर्व सैनिक लीग के अध्यक्ष ब्रिगेडियर टी एस ठाकुर ने विजय दिवस पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 1971 में 16 दिसंबर को भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तानी सेना के छक्के छुड़ाए थे और पाकिस्तानी सेना के हजारों सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया था, जिसके चलते इस दिन को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।

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